Himachal Pradesh Government Formation: करीब दो दशक तक हिमाचल प्रदेश में पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना नाम बनाने वाले मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश के पहले उप मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. आज से पहले हिमाचल प्रदेश में कभी किसी नेता को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया गया. मुकेश अग्निहोत्री ने साल 2003 में संतोषगढ़ विधानसभा से पहला चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. मुकेश अग्निहोत्री ने जीत हासिल कर वीरभद्र सिंह की सरकार में सीपीएस का पद संभाला. 


इसके बाद साल 2007 में मुकेश अग्निहोत्री संतोषगढ़ विधानसभा से दोबारा चुनाव लड़कर जीते. साल 2012 में डीलिमिटेशन के बाद संतोषगढ़ क्षेत्र ऊना विधानसभा क्षेत्र में चला गया और हरोली विधानसभा क्षेत्र अस्तित्व में आया. मुकेश अग्निहोत्री ने तीसरी बार हरोली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके बाद साल 2017 और साल 2022 में भी मुकेश अग्निहोत्री ने बड़े मार्जिन से लोगों का विश्वास जीता.


सरकारी सेवा के बाद राजनीति में आए थे मुकेश अग्निहोत्री के पिता
नौ अक्टूबर 1962 को जन्मे मुकेश अग्निहोत्री के पिता भी राजनीति में रहे हैं. शुरआत में जिला जनसंपर्क अधिकारी रहे मुकेश अग्निहोत्री के पिता पंडित ओंकार चंद शर्मा वीरभद्र सिंह के करीबी माने जाते रहे. साल 1993 में वीरभद्र सिंह के सीएम बनने पर ओंकार चंद शर्मा को प्रदेश एग्रो पैकेजिंग विभाग का उपाध्यक्ष बनाया गया था. साल 1998 में उन्हें कांग्रेस पार्टी का टिकट दिया गया, लेकिन वे जीत हासिल नहीं कर सके. 


उन्हें बीजेपी प्रत्याशी पंडित जय कृष्ण शर्मा से हार का मुंह देखना पड़ा था. इसके बाद मुकेश अग्निहोत्री ने साल 2003 में पिता की हार का बदला तो लिया ही, लेकिन साथ में अपने इलाके को कांग्रेस के गढ़ में भी तबदील कर दिया. आज 20 साल का समय बीत जाने के बाद भी मुकेश अग्निहोत्री के सामने कोई प्रबल प्रतिद्वंदी खड़ा नहीं हो सका है.


मुकेश अग्निहोत्री ने पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत
मुकेश अग्निहोत्री की शुरुआती शिक्षा ऊना में ही हुई है. उन्होंने पहले गणित विषय में एम.एस.सी. की और बाद में पब्लिक रिलेशन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा किया. पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा करने के बाद मुकेश अग्निहोत्री ने पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत की. मुकेश अग्निहोत्री की पत्नी सिम्मी अग्निहोत्री प्रोफेसर हैं. उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री विदेश में पढ़ाई कर चुकी हैं और अब पीएचडी कर रही हैं. पिता मुकेश अग्निहोत्री के चुनाव प्रचार में भी आस्था सक्रिय रहीं. मुकेश अग्निहोत्री के बड़े भाई डॉ. राकेश अग्निहोत्री डॉक्टर हैं.


कद्दावर नेताओं में होती है अग्निहोत्री की गिनती
मुकेश अग्निहोत्री की गिनती हिमाचल प्रदेश के कद्दावर नेताओं में होती है. साल 2017 में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उन्होंने विधानसभा के अंदर और बाहर सरकार को घेरकर खुद को साबित करके दिखाया है.


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