Himachal Pradesh Secretariat Circular: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लगातार एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से राज्य सचिवालय में काम कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त हिदायत जारी की गई है. सरकार की ओर से जारी आदेश में सचिवालय की किसी भी प्रकार की जानकारी को लीक करने पर सख्त एक्शन के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है. सर्कुलर की पहली ही पंक्ति में ही यह स्पष्ट किया गया है कि सचिवालय में कुछ जानकारियां बाहर लीक करने की घटनाएं सरकार के ध्यान में आई हैं. ऐसे में भविष्य में किसी प्रकार की कोई भी जानकारी लीक करने की सख्त हिदायत दी गई है. यह सर्कुलर सामान्य प्रशासन के सह सचिव की ओर से जारी किए गए हैं.


सीक्रेट जानकारी के मामले में सावधानी बरतने की हिदायत


हिमाचल प्रदेश सामान्य प्रशासन की ओर से जारी सर्कुलर में यह सचिवालय की जानकारी को लेकर न करने की सख्त हिदायत दी गई है. सर्कुलर ने सचिवालय की सीक्रेट जानकारी को लीक करना कर्मचारी संहिता और कंडक्ट रूल, 1964 का उल्लंघन बताया गया है. सर्कुलर में अधिकारियों और कर्मचारियों को सीक्रेट जानकारी के मामले में सावधानी बरतने के लिए कहा गया है.


कर्मचारी चयन आयोग को भी किया गया है सस्पेंड


इससे पहले हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग में जेओए (आईटी) का पेपर लीक होने के मामले में भी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की थी. इस मामले में आयोग को सस्पेंड कर दिया गया है. जेओए (आईटी) का पेपर भी सीक्रेट ब्रांच में तैनात महिला कर्मचारी उमा आजाद ने ही किया था. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी पहले भी सीक्रेट ब्रांच में तैनात कर्मचारियों के साथ सभी अधिकारियों कर्मचारियों को सावधानी से काम करने की बात कही थी. यही नहीं, मुख्यमंत्री ने लंबे समय से एक जगह पर काम कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को भी बदलने की बात कही है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के एक के बाद एक एक्शन मोड में लिए जा रहे फैसलों की तुलना बॉलीवुड फिल्म नायक के अनिल कपूर से की जा रही है.


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