HP News: देशभर में जाति आधारित गणना (HP Caste Based Survey) को लेकर बहस छिड़ी हुई है. इस बीच हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल (Shiv Pratap Shukla) की सर्वे को लेकर प्रतिक्रिया सामने आई है. गवर्नर शिव प्रताप शुक्ल ने कहा है कि समाज को बांटकर लोकतंत्र को सशक्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया का जिक्र करते हुए कहा कि वे 'दाम बांधो, जाति तोड़ो' की बात किया करते थे.


आज समाज को जोड़ने की जरूरत: शुक्ल


हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान उदाहरण देते हुए कहा कि जब सिकंदर भारत आया तो उसने देखा कि भारतीय सैनिकों के चूल्हे अलग-अलग जल रहे हैं. सिकंदर ने पूछा कि ऐसा क्यों हो रहा है? तो सिकंदर को बताया गया कि यहां अलग-अलग जातियों के चूल्हे अलग-अलग हैं. इस पर सिकंदर ने कहा कि उसकी जीत तो हो गई क्योंकि यह लोग आपस में ही बंटे हुए हैं, तो ऐसे में युद्ध क्या करेंगे? राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि समाज को बांटकर लोकतंत्र को सशक्त नहीं किया जा सकता. हमें समाज को जोड़ने की जरूरत है.



लोहिया का क्यों किया जिक्र?


राज्यपाल ने कहा कि जिस तरह राम मनोहर लोहिया ने 'दाम बांधो, जाति तोड़ो' की बात की थी. उसी तरह आज देश में महंगाई कम हो रही है. देश की जीडीपी बढ़ रही है. अमृत काल में आज पूरा विश्व भारत की तरफ देख रहा है, लेकिन भारत में रहने वाले ही कुछ लोग भारत को तोड़ने की बात कर रहे हैं. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने समाज में एकता और समरसता की बात पर बल देने के लिए कहा. राज्यपाल शिमला में शशांक मणि की 'मिडिल ऑफ डायमंड इंडिया' पुस्तक के विमोचन के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे.


Caste आधारित सर्वे समाज को बांटने वाला


गौरतलब है कि देशभर में इन दिनों जाति आधारित जनगणना पर बहस छिड़ी हुई है. दिल्ली में हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सभी कांग्रेस शासित राज्यों में जाति आधारित गणना करवाने का प्रस्ताव पारित किया है. हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार है. ऐसे में यहां भी जाति आधारित गणना होगी. भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के इस फैसले की खुलकर मुखालफत कर रही है. बीजेपी ने इस प्रस्ताव को समाज को बांटने वाला करार दिया है.


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