Snow Leopards in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में ठंडा रेगिस्तान स्पीति (Spiti) लोगों के साथ स्नो लेपर्ड का भी आशियाना है. सर्दियों के मौसम में हर साल स्पीति घाटी के बर्फ से ढकने पर सैलानी स्नो लेपर्ड को देखने पहुंचते हैं. प्रोफेशनल फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर भी कई दिनों तक स्पीति घाटी में डेरा जमाकर स्नो लेपर्ड को कैमरा में कैद करने की कोशिश करते हैं. इन दिनों स्पीति घाटी के किब्बर और चिचम के बीच बने एक नाले में स्नो लेपर्ड देखे जा रहे हैं. खूबसूरत स्पीति घाटी में एलिशा और फैंटास्टिक के नाम से मशहूर स्नो लेपर्ड की एक जोड़ी है. स्नो लेपर्ड के नामकरण की कहानी बेहद दिलचस्प है. नाम ऑस्ट्रेलिया (Australia) के रहने वाले क्रिस ने स्नो लेपर्ड की जोड़ी को दिया था.
नवंबर 2022 में क्रिस यूनाइटेड ग्रुप के साथ स्पीति घूमने आए. क्रिस रेडफॉक्स होम स्टे में ठहरे. होम स्टे में उनकी मुलाकात लोकल टूरिस्ट गाइड तेंजिन दोरजे से हुई. तेंजिन दोरजे स्नो लेपर्ड दिखाने के लिए क्रिस को साथ ले गया. घंटों इंतजार के बाद क्रिस स्नो लेपर्ड को देखकर बेहद उत्साहित हुए. उत्साह में क्रिस ने तेंजिन से स्नो लेपर्ड का नाम पूछा. तेंजिन ने बताया कि दोनों का कोई नाम नहीं है. जवाब सुनकर क्रिस ने कहा कि आज से जोड़े का नाम एलीशा और फैंटास्टिक है.
कैमरे में कैद हो चुकी हैं एलीशा की तस्वीरें
उन्होंने लोकल टूरिस्ट गाइक को पूछे जाने पर सुझाया हुआ नाम बताने की ताकीद की. धीरे-धीरे नामकरण स्थानीय लोगों के बीच प्रचलित हो गया. पर्यटकों को स्नो लेपर्ड की साइटिंग के दौरान नाम बताया जाने लगा. कुछ वर्षों बाद एलीशा ने तीन शावकों को जन्म दिया. इन दिनों एलीशा के साथ सिर्फ दो ही शावक नजर आ रहे हैं. हो सकता है कि एक शावक को किसी स्नो लेपर्ड ने शिकार बना लिया होगा. एलीशा की शावकों के साथ खूबसूरत दुर्लभ तस्वीरें कैमरे में कैद हो चुकी हैं.
पिछले एक दशक से देखे जा रहे स्नो लेपर्ड
स्नो लेपर्ड को दो बार कैमरे में कैद कर चुके काजा के सहायक लोक संपर्क अधिकारी अजय बनियाल बताते हैं कि स्पीति में पिछले करीब एक दशक से स्नो लेपर्ड देखकर जा रहे हैं. हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी का स्नो लेपर्ड को देखने के लिए पर्यटक भी भारी संख्या में रुख कर रहे हैं. दिसंबर महीने से लेकर मार्च तक स्नो लेपर्ड बर्फबारी के बीच नजर आते हैं. पिछले दो-तीन साल में नर और मादा स्नो लेपर्ड का जोड़ा चिचम और किब्बर के आसपास लगातार देखा जा रहा है. होम स्टे में ठहरे पर्यटकों को स्थानीय टूरिस्ट गाइड स्नो लेपर्ड का दीदार करवा रहे हैं. स्नो लेपर्ड साइटिंग स्थानीय टूरिस्ट गाइड के लिए रोजगार का साधन बन गया है.
हिमाचल में फिलहाल 73 स्नो लेपर्ड की संख्या
हिमाचल प्रदेश में फिलहाल कुल 73 स्नो लेपर्ड हैं. स्नो लेपर्ड की संख्या एनसीएफ नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन ने साल 2021 में जारी की थी. सर्वे साल 2018 में शुरू किया गया. किन्नौर और पांगी में भी स्नो लेपर्ड देखे जाते हैं, लेकिन स्पीति में स्नो लेपर्ड की संख्या ज्यादा है. एनसीएफ के वैज्ञानिक डॉ. अजय बिजूर का कहना है कि हिमाचल में 284 कैमरे लगाए गए थे. सर्वे में 73 स्नो लेपर्ड पाए गए गए. शावकों की संख्या को शामिल नहीं किया गया है. हिमाचल प्रदेश में साल दर साल स्नो लेपर्ड की संख्या बढ़ रही है.
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