Shimla News : लंबित भर्ती परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी 9 फरवरी से लगातार शिमला में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इन अभ्यर्थियों से मुलाकात करने के लिए कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा और राजिंदर राणा अंबेडकर चौक पहुंचे. इस दौरान अभ्यर्थियों ने लंबित भर्ती परीक्षा परिणाम जल्द से जल्द घोषित करने की मांग की. सरकार की ओर से बात करने के लिए उनके पास कोई नुमाइंदा नहीं आ रहा है. यह पहली बार है, जब कांग्रेस के विधायक सुधीर शर्मा और राजिंदर राणा मुलाकात करने के लिए पहुंचे.
इससे पहले भी विधायक राजिंदर राणा खुला पत्र के माध्यम से भी मुख्यमंत्री को लंबित भर्ती परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग उठ चुके हैं. विधायक सुधीर शर्मा भी जूनियर आफिसर असिस्टेंट (आईटी) के अभ्यर्थियों के लिए खुले मंच से सवाल उठा चुके हैं. विधायक राजिंदर राणा यह मामला हिमाचल प्रदेश विधानसभा में भी उठाने वाले हैं. गौरतलब है कि दोनों ही कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा और राजिंदर राणा अपनी सरकार से लंबे वक्त से नाराज चल रहे हैं. दोनों ही विधायक मुखरता से सरकार के समक्ष बड़े मुद्दों को उठा रहे हैं.
9 फरवरी से शिमला में डटे हैं अभ्यर्थी
जूनियर आफिसर असिस्टेंट- आईटी (JOA IT) अभ्यर्थियों से मुलाकात करने पहुंचे विधायक सुधीर शर्मा और राजिंदर राणा को अभ्यर्थियों ने आपबीती बताई. उन्होंने बताया कि बीते चार साल से लंबित भर्ती परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग उठा रहे हैं. जिन्होंने भर्ती परीक्षा से पहले पेपर लीक करने का काम किया, वे जमानत पर हैं और जिंदगी के मजे उठा रहे हैं. पूर्व सरकार के वक्त भी और मौजूदा सरकार के वक्त भी उनकी मांग नहीं सुनी जा रही है. वे 9 फरवरी से लगातार शिमला में डटे हुए हैं. एक हफ्ते से ज्यादा वक्त से अभ्यर्थी क्रमिक भूख हड़ताल भी कर रहे हैं, लेकिन कोई भी उनकी मांग नहीं सुन रहा है.
शिमला की हांड़ कंपा देने वाली ठंड और क्रमिक भूख हड़ताल के कारण कई बच्चों की तबीयत भी बिगड़ चुकी है. जूनियर आफिसर असिस्टेंट- आईटी अभ्यर्थियों ने कांग्रेस विधायकों को बताया कि सुप्रीम कोर्ट से 9 नवंबर 2023 को इस संदर्भ में फैसला आ चुका है. इस फैसले में अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग देने की बात कही गई है. अभयर्थियों ने बताया कि कोर्ट के आदेश में यह भी कहा गया है कि अगर भविष्य में कोई अभ्यर्थि जांच के दौरान दोषी पाया जाता है, तो उसका अपॉइंटमेंट रद्द किया जा सकता है. जूनियर आफिसर असिस्टेंट- आईटी अभ्यर्थियों ने कहा कि उनके साथ नाइनसाफी की जा रही है.
विधानसभा में मामला उठाएंगे कांग्रेस विधायक
विधायक सुधीर शर्मा और राजिंदर राणा ने JOA-IT अभ्यर्थियों से मुलाकात के बाद कहा कि वह पहले भी इस मामले को उठाते रहे हैं और अब राज्य सरकार के सामने इस मामले को उठाएंगे. अभ्यर्थियों की मांग पूरी तरह सही है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सरकार के सामने इस मुद्दे को उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों ने खुलकर कांग्रेस का साथ दिया और सरकार बनाने में भी युवाओं की अहम भूमिका रही है. ऐसे में वे इन बच्चों की मांग को सरकार तक पहुंचाने का काम करेंगे.
लंबे वक्त से रिजल्ट का इंतजार
बता दें कि जूनियर आफिसर असिस्टेंट- आईटी अभ्यर्थी लंबित भर्ती परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग कर रहे हैं. इनमें अलग-अलग कोड के अभ्यर्थी शामिल हैं, जिन्हें अपॉइंटमेंट का इंतजार है. पोस्ट कोड 817 में 1867, पोस्ट कोड 903 में 83, पोस्ट कोड 939 में 300, पोस्ट कोड 962 में 83, पोस्ट कोड 980 में 300, पोस्ट कोड 928 में 66 और मार्केट सुपरवाइजर में 12 पोस्ट के लिए परीक्षा हो चुकी है. इसके अलावा जेबीटी के 1 हजार 161 और टीजीटी के 800 अभ्यर्थी भी परिणाम का इंतजार कर रहे हैं. इनकी काउंसलिंग भी पूरी हो चुकी है.
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