Himachal: कड़कड़ाती ठंड में CM सुक्खू का इंतजार करते रहे JOA-IT अभ्यर्थी, रोते हुए बोले- क्या भगवान से मांगे नौकरी?
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) सचिवालय के बाहर जेओए-आईटी (JOA-IT) 817 अभ्यर्थियों ने कांग्रेस नेताओं के सोशल मीडिया पोस्ट के कट आउट भी दिखाए. इनमें अभ्यर्थियों के साथ न्याय करने की बात कही गई थी.
JOA-IT Recruitment: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की राजधानी शिमला (Shimla) की हाड़ कंपा देने वाली ठंड में जेओए-आईटी अभ्यर्थी आठ घंटे तक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) का इंतजार करते रहे. जेओए-आईटी अभ्यर्थी अपनी लटकी भर्ती प्रक्रिया के मामले में बात करने के लिए राज्य सचिवालय पहुंचे थे. इससे पहले यह 27 दिसंबर को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलने आए थे. उस समय इन्हें 20 जनवरी के लिए आने का वक्त दिया गया था. राज्य सचिवालय के बाहर जेओए-आईटी 817 अभ्यर्थियों ने कांग्रेस नेताओं की ओर से सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट के कट आउट दिखाए. इनमें जेओए-आईटी अभ्यर्थियों के साथ न्याय करने की बात कही गई थी.
अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार के इस सिस्टम ने उन्हें बेवकूफ बनाया है. सरकार की ओर से मिले समय के बीच यह अभ्यर्थी 20 जनवरी की सुबह ठीक 10 बजे राज्य सचिवालय पहुंच गए थे. इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अलग-अलग कार्यक्रमों में व्यस्तता के चलते इनकी मुलाकात उनसे नहीं हो सकी. जेओए-आईटी अभ्यर्थी माइनस डिग्री तापमान में आठ घंटे तक सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का इंतजार करते रहे. सीएम की व्यस्तता के बीच किसी अन्य अधिकारी ने भी इन अभ्यर्थियों के साथ मध्यस्थता की कोशिश नहीं की. अभ्यर्थियों का आरोप है कि इस दौरान किसी को पानी पीने तक के लिए नहीं पूछा गया.
राज्य सचिवालय के बाहर फूट-फूट कर रोए अभ्यर्थी
शाम छह बजते-बजते इन जेओए-आईटी अभ्यर्थियों ने अपना धैर्य खो दिया और राज्य सचिवालय के बाहर फूट-फूट कर रोने लगे. अभ्यर्थियों ने कहा कि पिछली जयराम ठाकुर सरकार ने भी इनके साथ धोखा किया और अब सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार भी यही काम कर रही है. अभ्यर्थियों ने कहा कि यदि उन्हें मिलना ही नहीं था, तो फिर समय दिया ही क्यों गया. एक अभ्यर्थी ने रोते हुए कहा कि अब सरकार के वश में नहीं, तो भगवान खुद जमीन पर उतर कर नौकरी देंगे. देश में लोकतंत्र है और नौकरी की मांग सरकार से न की जाए, तो आखिर किससे की जाए.
अपने छोटे बच्चों को घर पर छोड़ कर पहुंची थीं महिलाएं
आठ घंटे तक शिमला की हाड़ कंपा देने वाली ठंड में अभ्यर्थियों को भगवान याद आ गए, लेकिन सरकार को इन अभ्यर्थियों की याद नहीं आई. इन अभ्यर्थियों में कुछ ऐसी भी महिलाएं शामिल थीं, जो अपने छोटे-छोटे बच्चों को घर पर छोड़ कर आई थीं. शिमला पहुंचे जेओए-आईटी 817 के हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग जिलों से बस किराया खर्च कर यहां पहुंचे थे.
शाम छह बजे सीएम सुक्खू से मिले जेओए-आईटी अभ्यर्थी
राज्य सचिवालय में सभी बैठकों को निपटाने के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जेओए-आईटी अभ्यर्थियों से मुलाकात की. मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सरकार इस ओर सकारात्मकता से विचार कर रही है. सरकार ने 60 दिन के अंदर भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने की बात कही है. उन्हें अभ्यर्थियों की मांग की जानकारी है. सरकार इस पर प्रभावी कदम उठाएगी.
ये भी पढ़ें- Snowfall in Himachal: बर्फबारी से हिमाचल में 20 दिन में 3.35 करोड़ का नुकसान, 51 लोगों की मौत, 86 घायल