Fourlane National Highway In Himachal : कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर फोरलेन का काम आने वाले 2 साल में पूरा हो जाएगा. इसके बाद चंडीगढ़ से शिमला का सफर सिर्फ ढाई घंटे के मामूली वक्त में पूरा हो सकेगा. शिमला घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए यह सफर किसी रोमांच से कम नहीं रहने वाला है. कालका से शिमला तक फोरलेन का काम तीन चरण में हो रहा है. यह काम 70 फीसदी तक पूरा हो चुका है. 30 फ़ीसदी बचे हुए काम को भी युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है.
जुलाई-अगस्त के महीने में आए आपदा के दौरान हुई भारी बारिश के चलते फोरलेन का काम बड़े स्तर पर प्रभावित हुआ था.
कैथलीघाट से ढली तक का काम 2 साल में होगा पूरा
सोलन से कैथलीघाट और कैथलीघाट से ढली तक का काम आने वाले 2 साल में पूरा होने की उम्मीद है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस काम को साल 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है. कालका-शिमला नेशनल हाईवे के इस तीसरे चरण में 3914.77 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस 28.45 किलोमीटर लंबे मार्ग पर 27 पुल, 5 सुरंग और कई फ्लाईओवर बनेंगे. इसके अलावा तीसरे चरण के काम में ही विश्वस्तरीय केबल स्टे ब्रिज भी बनेगा. इससे न केवल सफर का मजा दोगुना होगा, बल्कि यह विश्व स्तर पर आकर्षण का केंद्र भी बनेगा. पैकेज- वन में कैथलीघाट से शकराला तक तीन सुरंगों और 17 पुलों का काम चल रहा है. यह काम मार्च महीने तक पूरा होने की उम्मीद है. जल्द ही यहां केबल ब्रिज बनाने का काम भी शुरू होगा.
जल्द काम पूरा होने के बाद आसान होगा सफर
कैथलीघाट से ढली तक का 30.96 हेक्टेयर भूमि पर फोरलेन का काम होना है. पहले पैकेज में कैथलीघाट से शकराला गांव तक फोरलेन की लंबाई 17.465 किलोमीटर है. इसमें लगभग 1844.77 करोड़ रुपए से 20 पुल, दो टनल, एक अंडरपास और एक प्रमुख जंक्शन बनने का काम चल रहा है. दूसरे पैकेज में सकराला गांव से ढली तक 10.985 किलोमीटर लंबा फोरलेन होगा. इसमें तीन टनल, तीन प्रमुख जंक्शन और सात पुल बनेंगे.
जल्द काम पूरा करने के दिए गए निर्देश
हिमाचल प्रदेश में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक अब्दुल बासित ने बताया है कि यहां काम तेजी से किया जा रहा है. कंपनी को जल्द से जल्द काम पूरा करने के लिए कहा गया है. बीते साल आपदा के दौरान भारी बारिश होने की वजह से कम बड़े स्तर पर प्रभावित हुआ था. जल्द ही फोरलेन का काम पूरा हो जाएगा. इससे न केवल आम लोगों को फायदा होगा, बल्कि यहां आने वाले पर्यटकों का सफर भी आसान हो जाएगा.