लोकसभा चुनाव से पहले डैमेज कंट्रोल में जुटी BJP, ऐसे की जा रही है नेताओं की नाराजगी दूर
Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव में नेताओं की नाराजगी बीजेपी को भारी पड़ सकती है. इसलिए रूठों को मनाने की कवायद शुरू हो गयी है. बीजेपी नाराज नेताओं को जिम्मेदारी देकर मनाने में जुटी है.
Himachal Pradesh Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश में नाराज नेताओं ने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है. नाराजगी की वजह बागियों की वापसी को बताया जा रहा है. टिकट कटने से भी नेता नाराज चल रहे हैं. बीजेपी रूठों को मनाने की हर संभव कोशिश कर रही है. नाराज चल रहे नालागढ़ से पूर्व विधायक लखविंदर राणा को प्रदेश प्रवक्ता बनाया गया है. कांगड़ा से मौजूदा सांसद किशन कपूर का बीजेपी ने टिकट काट दिया है. बताया जा रहा है टिकट कटने से किशन कपूर नाराज चल रहे हैं.
नेताओं की नाराजगी बीजेपी को पड़ेगी भारी
डैमेज कंट्रोल के लिए उनके बेटे को भारतीय जनता युवा मोर्चा में बड़ी जिम्मेदारी दी गयी है. किशन कपूर के बेटे शाश्वत कपूर को भाजयूमो का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है. इसे भाजपा के डैमेज कंट्रोल के तौर पर देखा जा रहा है. नालागढ़ के पूर्व विधायक लखविंदर राणा ने साल 2022 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था. उन्होंने साल 2022 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़ा.
विधानसभा चुनाव में लखविंदर राणा को हार मिली. हराने वाले बीजेपी के बागी कृष्ण लाल ठाकुर थे. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था. अब कृष्ण लाल ठाकुर विधायिकी से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी में शामिल हो गये हैं. उन्होंने इस्तीफा पत्र विधानसभा स्पीकर को सौंप दिया है. इस्तीफा पत्र की स्वीकृति का इंतजार है. स्पीकर से स्वीकृति होने पर कृष्ण लाल ठाकुर उपचुनाव में भी दोबारा बीजेपी के प्रत्याशी बनेंगे.
जानिये कैसे किया जा रहा है डैमेज कंट्रोल?
कृष्ण लाल ठाकुर की घर वापसी से लखविंदर राणा नाराज हो गये. उन्होंने हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के सामने खुलकर नाराजगी जाहिर भी की. लखविंदर राणा ने डॉ. बिंदल के सामने कहा कि साल 2022 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी की सदस्या लेना गलती थी. कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ने पर आज सुक्खू सरकार में कैबिनेट मंत्री होते. डैमेज कंट्रोल के लिए बीजेपी ने लखविंदर राणा को अब प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी है. बता दें कि साल 2017 में लखविंदर राणा कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे.
किशन कपूर को भी साथ रखने का प्रयास
कांगड़ा-चंबा सीट से मौजूदा सांसद किशन कपूर का टिकट काटकर राजीव भारद्वाज को बीजेपी ने मौका दिया है. किशन कपूर का टिकट कटने के बाद बीजेपी को नुकसान का डर सता रहा था. इसलिए बेटे शाश्वत कपूर को भाजयूमो में प्रदेश उपाध्यक्ष का ओहदा दिया गया है.
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