Himachal Pradesh Lok Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा के चुनाव होने हैं. यहां सभी चार सीट पर चुनाव के साथ छह विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने हैं. चुनाव प्रक्रिया संपन्न करवाने के लिए पोलिंग पार्टी अपने-अपने पोलिंग बूथ के लिए रवाना हो चुकी है. ऐसे में पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया संपन्न करवाना आसान नहीं है. राज्य की भौगोलिक स्थिति विषम होने की वजह से यहां राज्य निर्वाचन आयोग को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. 


दरअसल, ग्राउंड जीरो पर काम करने वाली पोलिंग पार्टी का अपने बूथ तक पहुंचना भी किसी चुनौती से कम नहीं है. यहां पोलिंग पार्टी को पोलिंग बूथ तक पहुंचाने के लिए खासा संघर्ष करना पड़ रहा है. कहीं हेलीकॉप्टर, तो कहीं 15 किलोमीटर तक पैदल चलकर पोलिंग पार्टी अपने बूथ तक पहुंची है. गुरूवार शाम तक प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों में 6 हजार 589 पोलिंग पार्टियां अपने गंतव्य के लिए रवाना कर दी गई हैं. 


कांगड़ा जिला में 1 हजार 617, मंडी में 1 हजार 196, शिमला में 967, चंबा में 624 पोलिंग पार्टियां अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई. इसी तरह सोलन में 582, कुल्लू में 571, बिलासपुर में 409 और सिरमौर में 403 पोलिंग पार्टियां रवाना हुई. किन्नौर की सभी 128 और लाहौल-स्पीति की सभी 92 पोलिंग पार्टियां भी रवाना कर दी गई. बची हुई अन्य 1 हजार 403 पोलिंग पार्टियों को आज यानी शुक्रवार को रवाना किया जाएगा.


बड़ा-भंगाल में हेलीकॉप्टर से पहुंची पोलिंग पार्टी 
चंबा जिले के भरमौर विधानसभा क्षेत्र के मैहला खंड में पोलिंग पार्टी 15 किलोमीटर पैदल चलकर अपने गंतव्य एहलमी मतदान केंद्र तक पहुंची. इसी तरह शिमला और कुल्लू जिला के सबसे ज्यादा पैदल दूरी वाले शिमला के पंडार (डोडराक्वार) में 11 किलोमीटर और कुल्लू के शाकटी मतदान केंद्र पहुंची. कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले चक्की मतदान केंद्र में पोलिंग पार्टी को 13 किलोमीटर पैदल चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा. जिला कांगड़ा के ही बड़ा-भंगाल के लिए पोलिंग पार्टी को ईवीएम और अन्य सामग्री के साथ हेलिकॉप्टर से पहुंचाया गया.



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