'राजनीति कोई पेशा नहीं है, बल्कि...', कंगना रनौत का जिक्र कर विक्रमादित्य सिंह ने कही बड़ी बात
Mandi Lok Sabha Election: पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर निशाना साधते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर कंगना रनौत की हार को सामने देखकर बौखला गए, इसलिए क्षेत्रवाद की राजनीति कर रहे हैं.
Himachal Pradesh Lok Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने सेब बागवानों से बड़ा वादा किया है. विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने सेब बागवानों से कुल्लू में वादा करते हुए कहा कि वह विदेश से आने वाले सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने के लिए बागवानों की आवाज को प्रमुखता से उठाएंगे. उन्होंने कुल्लू में फल उत्पादकों के लिए कोल्ड स्टोर बनाने और एक सेब के सात अन्य फलों का जूस संयंत्र को अपने प्राथमिकता में होने की भी बात कही.
विक्रमादित्य सिंह ने आगे कहा कि युवाओं को घर पर ही रोजगार मिले. इसके लिए वो प्रतिबद्धता के साथ काम करेंगे. बता दें हिमाचल प्रदेश में सेब बागवान लंबे वक्त से विदेश से आने वाले से पर आयात शुल्क को 100 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने सेब बागवान के लिए वादा करने के साथ अपनी प्रतिद्वंद्वी बीजेपी प्रत्याशी कंगना रनौत पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कंगना रनौत बिना विजन के बात कर रही हैं.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि 'उनका अपना विजन क्लियर है, लेकिन कंगना रनौत तो सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का ही नाम जपने का काम करती रहती हैं. राजनीति कोई पेशा नहीं है, बल्कि यह जनसेवा का माध्यम है. ऐसे में राजनीति में जनता के बीच रहकर जनता की समस्या को समझकर उसका समाधान करना पड़ता है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि देव संस्कृति का संरक्षण भी हमारा परम धर्म है.'
जयराम ठाकुर पर विक्रमादित्य सिंह का निशाना
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि 'भारतीय जनता पार्टी के नेता धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर कंगना रनौत की हार को सामने देखकर बौखला गए हैं और अब क्षेत्रवाद की राजनीति पर उतर आए हैं. कंगना कह रही हैं कि उनका परिवार कुर्सी के साथ चिपका रहना चाहता है, लेकिन सच्चाई है कि वीरभद्र सिंह को जनता ने छह बार मुख्यमंत्री के तौर पर चुना. प्रतिभा सिंह भी तीन बार सांसद रही हैं.'
उन्होंने कहा कि 'कंगना रनौत को इस तरह के बयान देकर जनता की भावनाओं का अपमान करने का काम कर रही हैं. कंगना रनौत तो उस वक्त भी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई का अपमान करती हैं. जब वह कहती हैं कि साल 2014 के बाद ही देश को आजादी मिली. साल 2014 के बाद ही देश में विकास हुआ है.'