Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla) में एक शख्स ने अपने दोस्त के खाते से ही एक लाख रुपये उड़ा दिए. दरअसल, जिला मंडी के करसोग इलाके के रहने वाले कामेश्वर दत्त ने अपना मोबाइल फोन दोस्त अनिल कुमार को दिया था. अनिल कुमार ने कामेश्वर के विश्वास का गलत फायदा उठाते हुए उसके गूगल-पे से अपने खाते में एक लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए. कामेश्वर दत्त 2 अप्रैल को ही नया स्मार्ट मोबाइल फोन लिया था. अनिल कुमार मोबाइल फोन और सिम बेचने का काम करता है. ऐसे में आरोपी अनिल कुमार ने ही कामेश्वर के मोबाइल के सभी पासवर्ड सेट किए थे.
अनिल कुमार ने कामेश्वर से फोन करने के लिए उसका मोबाइल मांगा. इसके बाद उसने विश्वासघात करते हुए गूगल-पे से एक लाख रुपये की राशि उड़ा दी. आरोपी अनिल कुमार को इस बात का अंदाजा नहीं था कि गूगल पर किए गए ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड उसे फंसाने का काम कर सकता है. पीड़ित कामेश्वर दत्त को अगले दिन इस बात का पता चला तो फिर उसने इसकी शिकायत पुलिस में की. फिलहाल, आरोपी अनिल कुमार फरार चल रहा है. पुलिस अनिल कुमार की लोकेशन ट्रेस कर रही है. साथ ही कामेश्वर दत्त के खाते को भी बंद कर दिया गया है.
सब्जी की दुकान चलाता है कामेश्वर दत्त
पीड़ित कामेश्वर दत्त संजौली में सब्जी की दुकान चलाता है और आरोपी अनिल कुमार सिम बेचने का काम करता है. दोनों की दोस्ती सालों पुरानी है. दोनों का एक-दूसरे के घर पर आना-जाना भी है. ऐसे में आपस में दोस्ती का विश्वास भी था, लेकिन अनिल कुमार ने चंद पैसों के लालच में दोस्ती का गलत फायदा उठा लिया. शिमला के एएसपी सुनील नेगी ने बताया कि बैंक से संबंधित खाते का रिकॉर्ड मांगा गया है. शिमला पुलिस आरोपी की खोज कर रही है. जल्द आरोपी अनिल कुमार पुलिस की गिरफ्त में होगा.
प्राइवेट ही रखें पार्सवर्ड
मोबाइल फोन और अन्य ट्रांजैक्शन एप का पासवर्ड बेहद महत्वपूर्ण होता है. यह बेहद जरूरी है कि आप किसी के साथ अपना पासवर्ड शेयर न करें. अपना निजी पासवर्ड शेयर करना इस तरह भारी पड़ सकता है. ज्यादातर ऑनलाइन फ्रॉड उपभोक्ता की लापरवाही की वजह से ही होते हैं. ऐसे ही लापरवाही पीड़ित कामेश्वर दत्त ने की और अपना पासवर्ड दोस्त अनिल कुमार के साथ शेयर कर दिया. ऐसे फ्रॉड से सिर्फ और सिर्फ जागरूकता और सजगता से ही बचा जा सकता है.
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