(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mandi Lok Sabha Election: मंडी में जयराम ठाकुर के साथ प्रतिभा-विक्रमादित्य सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर, जानें क्या है वजह?
Himachal Lok Sabha Elections 2024: मंडी लोकसभा सीट इस समय सुर्खियों में है. इस सीट पर बीजेपी ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को उम्मीदवार बनाया है. बीते दो चुनाव में इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है.
Mandi Lok Sabha Chunav 2024 : हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में 1 जून को लोकसभा के चुनाव होने हैं. हिमाचल का मंडी लोकसभा क्षेत्र का शुमार प्रदेश की हॉट सीटों में होता है. इस सीट से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत बीजेपी प्रत्याशी के रुप में किस्मत आजमा रही है, जिससे इस सीट पर सियासी हलचल बढ़ गई है.
इससे इतर पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के साथ लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह की प्रतिष्ठा भी दांव पर है. कभी कांग्रेस का गढ़ रही मंडी सीट पर बीते दो लोकसभा से बीजेपी का कब्जा रहा है. हालांकि साल 2021 के उपचुनाव में कांग्रेस ने अपनी इस परंपरागत सीट को बीजेपी से वापस छीनने में सफलता हासिल की थी.
पत्रकारिता में 55 साल का अनुभव रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश चंद लोहमी ने @ABPNews से खास चर्चा में कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र में बीजेपी से जयराम ठाकुर और कांग्रेस से प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह की प्रतिष्ठा दाव पर है. मंडी में कंगना से ज्यादा जयराम के लिए चुनाव अहम है. pic.twitter.com/xgMHUENheq
— Ankush Dobhal🇮🇳 (@DobhalAnkush) April 12, 2024
'मंडी में सियासी प्रतिष्ठा का चुनाव'
एबीपी न्यूज के साथ बातचीत के दौरान 55 साल का लंबा पत्रकारिता अनुभव रखने वाले प्रकाश चंद लोहमी ने कहा कि यह चुनाव प्रतिष्ठा का भी चुनाव है. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में जयराम ठाकुर ने खुद को एक बड़े नेता के तौर पर स्थापित करने का काम किया. उन्होंने बताया कि जिला मंडी की कुल 10 में से नौ विधानसभा सीट पर बीजेपी के विधायकों को जीत मिली. इसमें जयराम ठाकुर के फैक्टर का अहम योगदान रहा.
सीनियर पत्रकार लोहमी के मुबातिक, यह सभी नौ मंडी संसदीय क्षेत्र के तहत आती हैं. जिला मंडी की जिस एक धर्मपुर सीट पर बीजेपी को जीत नहीं मिली, वह सीट हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के तहत आती है. ऐसे में अब जयराम ठाकुर के सामने साल 2022 के नतीजों को लोकसभा चुनाव में दोहराने की चुनौती होगी. लोहमी मानें तो यहां कंगना की ही नहीं, बल्कि जयराम ठाकुर की प्रतिष्ठा भी दांव पर है.
मंडी सीट कांग्रेस के लिए क्यों है खास?
इसी तरह हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह को भी अपना दम दिखाना होगा. इसी सीट पर छह बार वीरभद्र सिंह के परिवार को जीत मिली है. इससे पहले भी यहां कांग्रेस का ही दबदबा रहा. ऐसे में अपनी पारंपरिक सीट को बनाए रखना कांग्रेस और खास तौर प्रतिभा सिंह के लिए विशेष चुनौती है.
साल 2021 के उपचुनाव में तो वीरभद्र सिंह के निधन से पैदा हुई संवेदनाओं का लाभ परिवार को मिला, लेकिन अब यह फैक्टर नजर नहीं आ रहा है. इसलिए में प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह को अपने बलबूते ही सियासी दमखम दिखाना होगा. हिमाचल प्रदेश की सियासत में दोनों मां-बेटे की जोड़ी को अपनी ही पार्टी में भी खुद को साबित करने की चुनौती है.
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