Himachal Pradesh News:हिमाचल प्रदेश में मौसम का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बीते हफ्ते राज्य के कई हिस्सों में बारिश और उफनाती नदियों से मची तबाही के बाद अब फिर बादल फटने की खबर है. यहां कुल्लू के एक गांव में बादल फटने से एक शख्स की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए.
डीएसपी मुख्यालय के अनुसार के कुल्लू किआस गांव में बादल फटने से एक आदमी की मौत हो गई और 3 घायल हो गए. इसके अलावा 9 गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं. राज्य आपात प्रतिक्रिया केंद्र के अनुसार, कुल्लू में कायास गांव के पास तड़के करीब तीन बजकर 55 मिनट पर बादल फटा, जिससे कई वाहन बह गए और एक सड़क अवरुद्ध हो गई.
अधिकारियों के मुताबिक, बादल फटने की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिसकी पहचान कुल्लू के चंसारी गांव के रहने वाले बादल शर्मा के रूप में की गई है. उन्होंने बताया कि घटना में घायल तीन लोगों में से दो की हालत गंभीर है.
अधिकारियों के अनुसार, घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्राधिकारियों ने मोर्चा संभाला और सड़क मार्ग को साफ कराने के लिए मशीनों को तैनात किया. उन्होंने कहा कि सड़क के अवरुद्ध होने के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है.
उधर, मंडी शहर के कई हिस्सों में भी बारिश हुई. मौसम कार्यालय ने 18 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी देते हुए “येलो” अलर्ट जारी किया है और 21 जुलाई तक राज्य में बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है.
कुछ हिस्सों में हल्की से भारी बारिश जारी
राज्य में जुलाई में अब तक 284.1 मिलीमीटर(मिमी) बारिश हुई है, जो सामान्य बारिश यानी 110.4 मिलीमीटर से 157 प्रतिशत अधिक है.
राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से भारी बारिश जारी है, धर्मशाला में 131 मिमी बारिश हुई. वहीं, पालमपुर में 51 मिमी, सुंदरनगर और नाहन (दोनों में 45-45 मिमी), कांगड़ा (27 मिमी), मंडी और नारकंडा, प्रत्येक में 16 मिमी बारिश हुई.
बस सेवा 899 मार्गों पर बंद
बता दें हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बस सेवा 899 मार्गों पर बंद है और 256 बसों को बीच रास्ते में रोक दिया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि एचआरटीसी को 5.56 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
बारिश के चलते लगभग 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान
वहीं सीएम मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को कहा कि भारी बारिश के चलते राज्य को लगभग 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के अनुसार, शुक्रवार रात तक यह नुकसान लगभग 4,000 करोड़ रुपये का था और सुक्खू ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से 2,000 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत राशि मांगी है.
सुक्खू ने यहां जारी एक बयान में कहा कि राज्य में फंसे लगभग 70,000 पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, जबकि 15 हजार वाहनों को बाहर भेजा गया. लगभग 500 पर्यटकों ने स्वेच्छा से यहीं रूकने का फैसला किया.