'ऑपरेशन लोटस छोड़ हिमाचल हित का काम करें', हर्ष महाजन पर मंत्री राजेश धर्माणी का पलटवार
Himachal Politics: हिमाचल सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन पर पलटवार किया है. धर्माणी ने कहा कि महाजन को ऑपरेशन लोटस छोड़ हिमाचल हित के बारे में सोचना चाहिए.
Himachal Pradesh Politics: भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन के उस बयान पर हिमाचल प्रदेश के सियासत में उबाल नजर आ रहा है, जिसमें उन्होंने कभी भी कांग्रेस सरकार को गिरा सकने की बात कही है. हर्ष महाजन ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी भारतीय जनता पार्टी के लिए एसेट बता दिया था. अब राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन के इस बयान पर तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने पलटवार किया है.
राजेश धर्माणी ने कहा है कि हर्ष महाजन सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को इंप्रेस करने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं. महाजन को ऑपरेशन लोटस छोड़ हिमाचल प्रदेश के हित के बारे में सोचना चाहिए.
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— Ankush Dobhal🇮🇳 (@DobhalAnkush) November 18, 2024
तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी का पलटवार
तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा- "हर्ष महाजन की पहचान कांग्रेस पार्टी की वजह से है. कांग्रेस पार्टी ने उनको इस मुकाम तक पहुंचा है. हर्ष महाजन भारतीय जनता पार्टी में भी नए-नए गए हैं और बीजेपी शीर्ष नेतृत्व प्रभावित करने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. इससे उन्हें उनको परहेज करना चाहिए. मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी के लिए एसेट हैं. यही वजह है कि कि उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के तमाम हथकंडों के बावजूद ऑपरेशन लोटस फेल हुआ. हिमाचल की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के अलोकतांत्रिक अप्रोच के विरोध में वोट डालकर कांग्रेस के दोबारा को दोबारा 40 की संख्या तक पहुंचा दिया.
राजेश धर्माणी ने कहा, ''हिमाचल प्रदेश के हितों की पैरवी करने के लिए उन्हें सांसद चुनकर भेजा है. वह हिमाचल के हित की बात करें, न कि हिमाचल को बदनाम करने के लिए बाहर जाकर झूठा प्रचार. झूठे प्रचार से अखबारों की सुर्खियों में तो आया जा सकता है, लेकिन हिमाचल का कुछ भला नहीं होता. हिमाचल की जनता बहुत समझदार है. वह जानती है कि हिमाचल के लोगों के लिए कौन काम कर रहा है. वह यह भी जानती है कि कौन सरकार के प्रयासों में अड़ंगा डालने का काम कर रहा है. लिहाजा, हर्ष महाजन को हिमाचल के हित की बात करनी चाहिए".
हर्ष महाजन ने क्या कहा था?
हर्ष महाजन ने कहा था कि वे चाहें, तो आज ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार को गिरा सकते हैं. उन्होंने कांग्रेस सरकार के स्थिरता पर सवाल खड़े किए थे. महाजन ने दावा किया है कि सभी छह मुख्य संसदीय सचिवों की विधानसभा की सदस्यता भी रद्द की जा सकती है. हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और चुनाव आयोग के पास यह संवैधानिक शक्ति है.
राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हर स्थिति के लिए तैयार है, लेकिन सब कुछ केंद्रीय नेतृत्व और राज्य की इकाई से बात करके ही तय होगा. हर्ष महाजन ने कहा कि वह हिमाचल प्रदेश की जनता के हित में फैसला लेंगे. उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि वह चाहे, तो आज भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार को गिरा सकते हैं. उनके साथ कांग्रेस के अलग-अलग ग्रुप टच में हैं. उनके पास अब पिक एंड चूज़ का भी विकल्प है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की जिस तरह की कार्यप्रणाली है, उसकी वजह से कांग्रेस आने वाले 15-20 सालों तक वापस सत्ता में नहीं लौट सकेगी.
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