Himachal Pradesh: राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर आए केंद्र के अंतर-मंत्रालयी दल के साथ उच्च स्तरीय बैठक करने वाले मुख्य सचिव आरडी धीमान ने कहा कि, केंद्रीय टीम को 1981.86 करोड़ रुपये के नुकसान का अंतरिम ज्ञापन सौंपा गया. जिसमें लोक निर्माण विभाग को 957.09 करोड़ रुपये और जल शक्ति विभाग को 725.07 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (आपदा प्रबंधन) सुनील कुमार बरनवाल के नेतृत्व में केंद्रीय टीम के सदस्यों ने धर्मशाला और बिलासपुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुख्य सचिव और संबंधित विभागों के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर चर्चा की और प्रदेश में हुए नुकसान को लेकर अंतरिम ज्ञापन सौंपा
278 लोगों की गई जान
बता दें कि इस नुकसान में लोक निर्माण विभाग को 957.09 करोड़ रुपये और जल शक्ति विभाग को 725.07 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. इसके अलावा, राज्य में इस मौसम में अचानक आई बाढ़, बादल फटने, भूस्खलन और मकान गिरने की विभिन्न घटनाओं में 278 लोगों की जान चली गई है, जबकि 522 लोग घायल हुए हैं और नौ लोग अभी भी लापता हैं. 169 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 825 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए. 72 दुकानें और 887 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं और 587 मवेशियों के भी मारे जाने की खबर है.
मानसून में बाकी 20-25 दिन
मुख्य सचिव ने कहा कि, ये एक अंतरिम रिपोर्ट है और आने वाले दिनों में आंकड़े बढ़ने की संभावना है क्योंकि मानसून के मौसम के लिए अभी भी 20-25 दिन बाकी हैं. कई जगहों पर नुकसान का आंकलन किया जा रहा था. अंतिम क्षति रिपोर्ट सीजन के अंत तक पेश की जाएगी. संयुक्त सचिव बरनवाल ने कहा कि केंद्रीय टीम के दो अलग-अलग समूहों ने कांगड़ा, चंबा, मंडी और कुल्लू जिलों के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का व्यापक दौरा कर स्थिति का जायजा लिया.
मुख्य सचिव ने केंद्रीय टीम से व्यापक चर्चा के बाद संबंधित विभागों के अधिकारियों को सीजन के अंत तक नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया. बता दें कि प्रमुख सचिव राजस्व ओंकार शर्मा ने नुकसान की रिपोर्ट पेश की.
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