Himachal Assembly Monsoon Session: हिमाचल प्रदेश का मानसून सत्र 18 सितंबर से शुरू होने जा रहा है. यह सत्र 25 सितंबर तक चलेगा. सात दिनों तक चलने वाली इस विधानसभा के दौरान सदन में पक्ष-विपक्ष के बीच कई बड़े मुद्दों को लेकर गहमागहमी होने की प्रबल संभावना है. विधानसभा के मानसून सत्र से पहले विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए कमर कस ली है. वहीं, कांग्रेस सरकार के मंत्री भी विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए पूरी तैयारी होने का दावा कर रहे हैं. सोमवार को विधानसभा के मानसून सत्र की पहली बैठक से पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निवास स्थान पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी होनी है.


अब तक विधानसभा सचिवालय को मिले 743 प्रश्न


हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि अब तक विधानसभा सचिवालय को कुल 743 प्रश्नों की सूचना प्राप्त हुई हैं. इनमें 547 तारांकित प्रश्न और 196 अतारांकित प्रश्न शामिल हैं, जिन्हें नियमानुसार सरकार को आगामी कार्यवाही के लिए प्रेषित कर दिया गया है. इसके अलावा विधानसभा सदस्यों से नियम 62 के तहत एक सूचना, नियम 101 के तहत दो सूचनाएं प्राप्त हुई है. उन्होंने बताया कि अब तक नियम 130 के तहत नौ सूचनाएं, नियम 102 के तहत एक सूचना और नियम 324 के तहत एक सूचना प्राप्त हुई हैं. इन सूचनाओं को भी आगामी कार्यवाही के लिए सरकार को प्रेषित कर दिया गया है.


75 घंटे तक चली थी बजट सत्र की कार्यवाही


हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि पिछले बजट सत्र में सदस्यों से 1 हजार 215 सूचनाएं प्रश्नों के माध्यम से प्राप्त हुई थी और बजट सत्र की कार्यवाही 75 घंटे तक चली थी. बजट सत्र की उत्पादकता 94 प्रतिशत रही थी. उन्होंने कहा कि वे इस सत्र में बेहतर उत्पादकता की अपेक्षा कर रहे हैं.


किन मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष?


हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस को मुख्य रूप से आपदा के मुद्दे पर घेरने की तैयारी कर चुकी है. भाजपा का आरोप है कि राज्य की कांग्रेस सरकार आपदा प्रभावितों तक राहत पहुंचाने में नाकाम रही है. भाजपा लगातार कांग्रेस पर राहत कार्य में भी भाई-भतीजावाद करने के आरोप लगा चुकी है. इसके अलावा कानून-व्यवस्था और संस्थानों को डिनोटिफाई करने का मुद्दा भी विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान जमकर गूंजेगा.


नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में विपक्ष सभी तैयारियां पूरी कर चुका है. वहीं, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि सरकार इस मानसून सत्र के लिए पूरी तरह तैयार है. विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष के हर सवाल का माकूल जवाब दिया जाएगा.


Himachal Disaster: आपदा के बीच CM सुक्खू ने पेश की मिसाल, अपने सभी निजी बैंक खाते से दान की 51 लाख रुपए की राशि