Himachal Pradesh Flood: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में बारिश का कहर जारी है. बीते दिनों हुई बारिश ने हिमाचल प्रदेश की जनता का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. प्रदेश में सरकार को आठ हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. प्रदेश की चिंता को कम करने के लिए अन्य राज्यों का भी अब सहयोग मिलता हुआ नजर आ रहा है.
पहाड़ी राज्य को संकट से उभारने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने हिमाचल प्रदेश में पीड़ित लोगों की मदद के लिए 15 करोड़ रुपए की राशि देने की घोषणा की है. इससे पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghe) ने 11 करोड़ और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) 5 करोड़ रुपए की सहायता राशि भेज चुके हैं.
हिमाचल प्रदेश में बारिश ने भारी तबाही मचाई है. प्रदेश में बीते 50 सालों में कभी ऐसी आपदा नहीं देखी. प्रदेश में जिस तरह लगातार बारिश हुई. राजधानी शिमला में हुई भारी बारिश की वजह से भूस्खलन में कई लोगों की जान चली गई. कांगड़ा के पौंग डैम में पानी ओवरफ्लो होने के बाद जब गेट खोला गया, तो कई गांव उसकी चपेट में आ गए. इसके अलावा मंडी, कुल्लू और मनाली में भी भारी तबाही हुई. जो पहाड़ अमूमन दूर से खूबसूरत नजर आ रहे थे, वह लोगों पर कहर बनकर बरपे.
हिमाचल में 335 लोगों की गई जान
हिमाचल प्रदेश में 24 जून से लेकर अब तक 8014.61 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. प्रदेश में 335 लोग अपनी जान गवा चुके हैं. इसके अलावा 324 लोग अलग-अलग घटनाओं में घायल भी हुए. प्रदेश भर में अभी 37 लोग लापता हैं. भारी बारिश ने 2 हजार 022 घरों को पूरी तरह तबाह कर दिया. इसके अलावा 9 हजार 615 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है. प्रदेश में 296 दुकान और 4 हजार 453 पशु घर बह गए. हिमाचल में 24 जून से लेकर अब तक 113 भूस्खलन और 58 फ्लैश फ्लड की घटनाएं भी रिकॉर्ड की गई हैं.
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