Himachal Pradesh Disaster: हिमाचल प्रदेश में गुरुवार देर रात शुरू हुई तेज बारिश ने जमकर तबाही मचाई. राज्य के तीन अलग-अलग हिस्सों से बादल फटने की घटनाएं सामने आई. इनमें जिला मंडी के टिक्कन, जिला कुल्लू के बगीपुल और जिला शिमला के समेज में बादल फटा. इसकी चपेट में 50 से ज्यादा लोग आ गए. कुल्लू, मंडी और रामपुर में हुई बादल फटने की तीन घटनाओं में 47 लोग लापता हैं. अब तक सिर्फ छह ही लोगों के शव बरामद हो सके हैं. मलबा ज्यादा होने की वजह से सर्च ऑपरेशन में परेशानी आ रही है. 


बागीपुल से एक और मंडी के टिक्कन से पांच शव हुए हैं. बागीपुल में नौ और मंडी में पांच लोग लापता हैं. शिमला के समेज में हुई घटना का नुकसान सबसे ज्यादा देखने को मिला है. अब तक किसी भी लापता का कोई सुराग नहीं मिला है. सभी लोग अब तक लापता हैं.


समेज के सर्च ऑपरेशन में जवानों की बड़ी टीम तैनात


लापता लोगों को ढूंढने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड, आइटीबीपी, आर्मी और सीआईएसएफ के साथ वन विभाग के जवान लगे हुए हैं. जिला शिमला के समेज में 67 और जिला मंडी के टिक्कन में 33 एनडीआरएफ जवान तैनात किए गए हैं. समेज में होमगार्ड के 69, आर्मी के 30 और सीआईएसएफ के 110 जवान लगाए गए हैं. इस तरह यहां कुल 301 लोग सर्च ऑपरेशन में लगे हुए हैं. 


एनडीआरएफ के 33, एसडीआरएफ के 14, पुलिस के 10, होमगार्ड के 15 और वन विभाग के 12 जवानों को सतलुज नदी के आसपास सुन्नी तक सर्च ऑपरेशन में लगाया गया है. इस तरह 84 जवान समेज से लापता लोगों को ढूंढने में लगे हैं.


जिला मंडी के टिक्कन में एसडीआरएफ के 12, पुलिस के 25 और अन्य विभागों के 16 जवान तैनात हैं. इस तरह यहां 70 लोग जवान सर्च ऑपरेशन कर रहे हैं. जिला कुल्लू के बागीपुल में एसडीआरएफ के 22 और होमगार्ड के 17 जवान तैनात किए गए हैं.


लोगों को ढूंढने में कई चुनौतियां सामने


हिमाचल प्रदेश राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के विशेष सचिव धुनी चंद राणा ने बताया कि बादल फटने की घटना में छह लोगों की मौत हुई है. अन्य लापता लोगों को ढूंढने का काम लगातार जारी है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ फायर ब्रिगेड और स्थानीय प्रशासन सर्च ऑपरेशन में लगा हुआ है. बादल फटने के बाद नदी में भारी मलबा एकत्रित हो गया. इसकी वजह से लापता लोगों को ढूंढने में परेशानी हो रही है. ऐसी स्थिति में या तो लोग कई किलोमीटर आगे बहकर निकल जाते हैं या फिर भारी मलबे के नीचे ही दबे होते हैं. ऐसे में सर्च ऑपरेशन का दायरा भी बहुत बड़ा हो जाता है. इसी वजह से परेशानी का सामना करना पड़ता है. जिला शिमला और जिला कुल्लू के समेज गांव के में हुई बादल फटने की घटना के बाद 85 किलोमीटर के दायरे में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.


राज्य भर में 191 सड़कें बंद


हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से राज्य भर में 191 सड़कें बंद हैं. इसके अलावा, राज्य में तीन नेशनल हाईवे भी बंद पड़े हुए हैं. जिला चंबा में 35, जिला कांगड़ा में 5, जिला किन्नौर में दो, जिला कुल्लू में 38, जिला लाहौल स्पीति में दो, जिला मंडी में 79 और जिला शिमला में 30 सड़कें बंद हैं. किन्नौर में नेशनल हाईवे- 5 बंद पड़ा हुआ है. इसे खोलने में छह से नौ दिन तक का समय लग सकता है. कुल्लू में नेशनल हाईवे- 305 बंद है और जिला मंडी में NH- 70 मंडी धर्मपुर वाया कोटली कुमारडा में बंद है. 294 स्थानों पर बिजली और 120 स्थान पर जल आपूर्ति सेवा बाधित है.


Himachal: हिमाचल में आपदा प्रभावितों के लिए 'महादेव के दूत' बने छापे राम नेगी, लोगों की जान बचाने में ऐसे की मदद