Shimla News: शिमला के प्रमुख मंदिरों के भंडारे एक साल तक के लिए बुक,भंडारा देने के लिए करना होगा इतना इंतजार
Himachal Pradesh News: 2020 में कोरोना संकट आने की वजह से करीब दो साल तक भंडारों का आयोजन नहीं हुआ था.देश-प्रदेश में सभी गतिविधियां बंद हो गई थीं. ऐसे में धार्मिक संस्थानों को भी बंद कर दिया गया था.
शिमला: हिमाचल प्रदेश देवभूमि है.यहां के मंदिरों में लोगों की अटूट आस्था है.लोग भले ही हिमाचल से दूर किसी देश के किसी दूसरे राज्य या फिर विदेश भी चले जाएं, लेकिन यहां के मंदिरों में उनकी आस्था बरकरार रहती है.इसका जीता-जागता सबूत यह है कि साल 2023 में शिमला के प्रमुख मंदिरों में सभी भंडारे बुक हो चुके हैं. शिमला के मशहूर संकट मोचन, तारादेवी और जाखू मंदिर में अगले साल के लिए भंडारे की बुकिंग हो चुकी है.भंडारे की बुकिंग में संकट मोचन मंदिर में 42, तारा देवी और जाखू मंदिर में 45-45 भंडारों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है.गौरतलब है कि मंदिरों में मुख्य रूप से हफ्ते के दो दिन मंगलवार और रविवार को भंडारों का आयोजन किया जाता है.
विदेशों से हो रही भंडारे की बुकिंग
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के इन प्रमुख मंदिरों में भंडारे की बुकिंग ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा और फिलीपींस तक से हुई है. इसके अलावा पंजाब, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा और मुंबई के श्रद्धालुओं ने भी भंडारे की बुकिंग करा ली है.माना जाता है कि इन मंदिरों में मांगी मनोकामना जरूर पूरी होती है.मनोकामना पूरी होने के बाद श्रद्धालु यहां भंडारा देते हैं.शिमला के जाखू और संकट मोचन मंदिर में भगवान हनुमान और तारा देवी मंदिर में मां तारा साक्षात वास करती हैं.इन मंदिरों में हर साल लाखों श्रद्धालु शीश नवाने आते हैं.जाखू और संकट मोचन मंदिर में विशेष तौर पर मंगलवार के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रहती है.
कोरोना काल में नहीं हो सके था भंडारे
साल 2020 में कोरोना संकट आने की वजह से करीब दो साल तक भंडारों का आयोजन नहीं हो सका था. देश-प्रदेश में सभी गतिविधियां बंद हो गई थीं. ऐसे में धार्मिक संस्थानों को भी बंद कर दिया गया था.कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए मंदिर में भंडारे का आयोजन भी नहीं कराया जा रहा था. अब हालात सामान्य होने के बाद श्रद्धालु ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से भंडारे की बुकिंग कर रहे हैं. यह तीनों मंदिर पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का प्रमुख केंद्र हैं. शिमला घूमने के लिए आने वाले पर्यटक इन मंदिरों में दर्शन के लिए जरूर आते हैं.
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