Himachal Pradesh Disaster: गुरुवार सुबह जब जिला कुल्लू के मलाणा से आपदा की भयावह तस्वीर सामने आने लगी, तब हर किसी का दिल दहल उठा. मलाणा डैम के पास हो रही तेज बारिश और नदी में ऊंची उठती लहरों मानो सब कुछ बहाकर ले जाने के लिए आतुर थी. सड़क संपर्क टूट जाने की विकट स्थिति में भी यह तस्वीर लोगों तक सीधा सोशल मीडिया के जरिए पहुंच रही थी. इन तस्वीरों को लोगों तक पहुंचने वाले और कोई नहीं बल्कि मलाणा गांव के रहने वाले छापे राम नेगी थे. 


दरअसल, छापे राम नेगी ने सोशल मीडिया पर सुबह से ही फेसबुक लाइव के जरिए लोगों को उनकी तरफ बढ़ रहे खतरे से आगाह किया था. इससे न सिर्फ लोगों की जान बची, बल्कि सरकार और प्रशासन को भी वास्तविक स्थिति जानने में मदद मिली.


छापे राम नेगी ने ही लोगों को बताया कि यहां बादल फटने की वजह से मलाणा डैम फटने जैसी स्थिति पैदा हो गई है. ऐसा लग रहा है मानो मलाणा डैम फट गया है. आगे की तरफ पानी तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में लोगों को नदी-नालों से दूर चले जाएं. उन्होंने अपने इलाके के लोगों की भी जान बचाने में अहम भूमिका निभाई और वह लगातार स्थानीय प्रशासन के साथ संपर्क में रहे. 


इसके बाद शुक्रवार को छापे राम नेगी ने मलाणा टनल में फंसे चार लोगों के रेस्क्यू में भी अहम भूमिका निभाई. शनिवार को भी उन्होंने पार्वती और मलाणा नदी के संगम के नजदीक घर में फंसे पशुओं का भी रेस्क्यू करवाया.


'देवों के देव- महादेव' के भक्त छापे राम नेगी


छापे राम नेगी को हिमालय टफेस्ट मैन के नाम से जाना जाता है और वे 'देवों के देव- महादेव' के भक्त हैं. छापे राम नेगी ने जिन लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई, वह छापे राम नेगी को भगवान शिव का ही भेजा दूत मान रहे हैं. वह अब तक अपने पूरे जीवन में 220 लोगों से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर चुके हैं और इस काम में वह पारंगत हैं. छापे राम नेगी ने आपदा के इस मुश्किल घड़ी में सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल करते हुए लोगों की जान बचाई. संकट की इस घड़ी में उनकी सूझबूझ ने मानवीय जान की हानि को कम कर दिया. 


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