Himachal CM Security: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) को अभी सीएम को मिलने वाले सिक्योरिटी और प्रोटोकॉल के माहौल में ढलने में कुछ वक्त लगेगा. विधानसभा सत्र के दौरान खुद अपनी गाड़ी चला कर सदन पहुंचने वाले सुखविंदर सिंह सुक्खू को फिलहाल अपना लंबा काफिला तामझाम लग रहा है. इसे लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि अभी उन्हें इस माहौल में ढलने में कुछ वक्त लगेगा.


सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आगे कहा कि यह उनकी नहीं, बल्कि जनता की सरकार है. आलाकमान ने उन पर जो विश्वास जताया है, वे उस पर खरे उतरेंगे और हिमाचल प्रदेश के विकास को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चुनाव से पहले 'सत्ता परिवर्तन नहीं, व्यवस्था परिवर्तन' का नारा दिया था. अब जब सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश की सत्ता पर काबिज हो गए हैं, तो उनका कहना है कि उन्होंने इसे लेकर काम शुरू कर दिया है.


सीएम सुक्खू ने तोड़ा सचिवालय परंपरा को तोड़ा
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सभी मुख्यमंत्री शपथ लेने के बाद पहले सचिवालय जाते थे, लेकिन उन्होंने इस परंपरा को तोड़ा और वह पहले अनाथ बच्चियों के पास बालिकाश्रम पहुंचे. सीएम सुक्खू ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को बच्चियों की सुरक्षित भविष्य और हित के लिए व्यापक नीति बनाने के निर्देश दिए हैं. आने वाले वक्त में नीति बनाने के बाद इन बच्चियों के हित में लिए गए फैसले का परिणाम नजर आएगा. सीएम सुक्खू ने कहा कि वे वहां बेटियों के साथ खुशी मनाने नहीं, बल्कि उनका दुख दर्द जानने के लिए गए थे.


हिमाचल में पहले मूंछ वाले मुख्यमंत्री हैं सुक्खू
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में आज तक जितने भी मुख्यमंत्री हुए उनकी मूंछ नहीं थीं. केवल पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ही हल्की मूंछें रखते हैं. प्रदेश की राजनीति में यह भी मिथ रहा कि हिमाचल में मूंछ वाला नेता मुख्यमंत्री नहीं बनते. इस पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उन्होंने आज से पहले इस बात पर कभी ध्यान ही नहीं दिया. वे तो यूनिवर्सिटी के समय से ही मूंछे रखते आए हैं. उन्हें नहीं लगता कि मूंछ वाला और बिना मूंछ वाला मुख्यमंत्री भी कुछ होता है.


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