Himachal News: हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के कड़े तेवर बरकरार, को-ऑर्डिनेशन कमेटी के गठन पर दिया बड़ा बयान
Pratibha Singh News: हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने अपने कड़े तेवर दिखाना काम नहीं किए हैं. प्रतिभा सिंह ने कोऑर्डिनेशन कमेटी के गठन को लेकर बड़ा बयान दिया है.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश सरकार और हिमाचल कांग्रेस के संगठन में बाहर से भले ही सब कुछ ठीक दिखाने की कोशिश की जा रही हो, लेकिन अंदर खाते नाराजगी अब भी काम नहीं हुई है. हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के कड़े तेवर अब भी बरकरार हैं.
सूत्रों के मुताबिक प्रतिभा सिंह अब भी संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने पार्टी पर्यवेक्षकों के दबाव में साथ चलने का फैसला लिया है. प्रतिभा सिंह अपने उन पुराने वफादार विधायकों से भी नाराज हैं, जो सुबह के वक्त मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के सरकारी आवास पर ब्रेकफास्ट डिप्लोमेसी वाले नाश्ते में पहुंच गए थे.
प्रतिभा सिंह ने कमेटी गठन पर क्या कहा?
हिमाचल प्रदेश सरकार और संगठन के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए एक कमेटी को बनाने की घोषणा की गई है. इसे लेकर प्रतिभा सिंह ने बयान दिया है. प्रतिभा सिंह ने कहा कि वह पहले दिन से ही सरकार और संगठन के बीच एक ऐसी कमेटी बनाने की मांग कर रहे थीं, जो समन्वय का काम कर सके. उन्होंने कहा कि उनकी बात को तवज्जो नहीं दी गई. आज पार्टी को वही काम करना पड़ रहा है.
मुख्यमंत्री ने दिए हैं कमेटी सदस्यों के नाम के सुझाव
हिमाचल कांग्रेस का अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि दिल्ली से इस कोऑर्डिनेशन कमेटी की घोषणा होगी. इस कमेटी में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के अलावा तीन अन्य सदस्य होंगे. प्रतिभा सिंह ने कहा कि उन्होंने इसके लिए नाम नहीं दिया है. यह नाम मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए हैं. जल्दी इस कमेटी की घोषणा होगी. अब उम्मीद है कि इसके बाद सरकार और संगठन में धीरे-धीरे सब कुछ ठीक होगा.
लोकसभा चुनाव से पहले परेशानी में हिमाचल कांग्रेस
देश में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भी चंद हफ्तों का वक्त रह गया है. ऐसे में कांग्रेस की अंदरूनी कलह लगातार परेशानी बढ़ाने का काम कर रही है. अगर इस कलह को समय रहते ठीक नहीं किया गया, तो आने वाले वक्त में कांग्रेस के लिए परेशानी और भी ज्यादा बढ़ सकती है.
एक तरफ भारतीय जनता पार्टी का चुनाव लड़ने के लिए जबरदस्त मैनेजमेंट और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजबूत चेहरा है और दूसरी तरफ कांग्रेस अभी अपने गुटबाजी से ही उबरने की कोशिश में लगी हुई है. जानकारों की मानें, तो हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के लिए आने वाला वक्त भी आसान नहीं रहने वाला है. कांग्रेस के लिए सियासी डगर कांटों भरी है.
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