Himachal Pradesh News: पीएम मोदी-गृह मंत्री अमित शाह से मिले राज्यपाल शिव प्रताप, हिमाचल को मिली मदद के लिए जताया आभार
Himachal Pradesh News: हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने हिमाचल को मिली सहायता के लिए आभार व्यक्त किया.
Shiv Pratap Shukla meets PM Narendra Modi: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को राज्य में भारी बारिश और बादल फटने से हुए नुकसान से अवगत करवाया. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने प्रधानमंत्री को राज्य सरकार और एन.डी.आर.एफ. की ओर से संचालित किए जा रहे राहत और बचाव कार्यों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने राज्य को सहायता राशि जारी करने और अर्द्धसैनिक बलों और एन.डी.आर.एफ. को तैनात करने के लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया.
हर संभव मदद का आश्वासन
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को अवगत करवाया कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मंडी और सोलन जिलों में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति की समीक्षा की है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यपाल को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया.
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गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद क्या कहा?
दिल्ली में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कहा, "हिमाचल को बहुत नुकसान हुआ है. यह एक प्राकृतिक आपदा है. मैंने नुकसान के संबंध में गृह मंत्री अमित शाह से बात की है. मैंने नुकसान का आकलन भी किया है. केंद्रीय टीम भी आकलन करने गई है, जिसके बाद हिमाचल को और ज्यादा मदद दी जाएगी. हिमाचल में पहाड़ी इलाका है. गृह मंत्री ने दो हिस्सों में समर्थन दिया है. मैं उन क्षेत्रों से लोगों को बचाने के लिए अमित शाह के प्रयासों की सराहना करना चाहूंगा. जहां हेलीकॉप्टर भी नहीं उतर सके, वहां से भी लोगों को रेस्क्यू किया गया. यह बहुत बड़ा काम है."
हिमाचल को हुआ है बड़ा नुकसान
मानसून के आगाज के साथ ही हिमाचल प्रदेश सरकार को भारी नुकसान हुआ है. प्रदेश में पांच हजार करोड़ से ज्यादा की सरकारी संपत्ति तबाह हो चुकी है. इनमें सबसे ज्यादा नुकसान जल शक्ति विभाग और लोक निर्माण विभाग को हुआ है. इसके अलावा लोगों की निजी संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा है. हिमाचल प्रदेश पहले ही 75 हजार करोड़ के कर्ज तले दबा हुआ है. इस बीच हिमाचल प्रदेश में आई आपदा ने प्रदेश की व्यवस्था और अर्थव्यवस्था दोनों को ही डिरेल करने का काम किया. केंद्रीय वित्त पोषण पर आगे बढ़ने वाले हिमाचल प्रदेश को अब केंद्र सरकार से ही उम्मीद है.
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