Himachal: खून की कमी से जूझ रहे हैं अस्पतालों के ब्लड बैंक, जानिए कैसे पूरी की जा रही है जरूरत?
Himachal Pradesh News: शिमला में सामाजिक संस्थाएं ब्लड जुटाने के लिए आगे आई हैं. रक्तदान महादान के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाया जा रहा है. ब्लड बैंक में खून की कमी का संकट बरकरार है.

Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के ब्लड बैंक एक बार फिर रक्त की कमी से जूझ रहे हैं. हर बार सर्दियों के दौरान अस्पतालों में रक्त की कमी होने लगती है. ब्लड नहीं मिलने से मरीजों और तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
शिमला की बड़ी संस्थाएं ब्लड डोनर्स के साथ संपर्क में रह कर जरूरतमंदों की मदद करती हैं. इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों को सर्जरी और ऑपरेशन के लिए कई बार रक्त की जरूरत पड़ती है. ऐसे में ब्लड बैंक में रक्त न होने की वजह से मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है.
थैलीसीमिया के मरीजों को भी दुश्वारी का सामना करना पड़ता है. थैलीसीमिया की बीमारी होने पर शरीर में रक्त नहीं बनता है. मरीज को कुछ दिन के अंतराल पर रक्त चढ़ाना जरूरी होता है. तीमारदारों को ब्लड के लिए दर दर भटकना पड़ता है. ऐसे में सामाजिक संस्थाएं मरीजों की मदद को आगे आई हैं. समाजसेवी ब्लड डोनेट कर मरीज को नया जीवन दे रहे हैं.
ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर जुटाया जा रहा खून
शनिवार को उमंग फाउंडेशन ने ब्लड कैंप लगाकर 60 यूनिट रक्त जुटाए. संजौली कॉलेज की एनएसएस इकाई ने भी ब्लड डोनेशन कैंप से 40 यूनिट ब्लड का इंतजाम किया. अन्य संस्थाएं भी ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित कर रही हैं. सामाजिक संस्थाएं रोजाना डोनर्स को रक्तदान का महत्व बताकर अस्पताल पहुंचा रही हैं. उन्होंने लोगों से ब्लड डोनेट करने की अपील की.
सामाजिक संस्थाएं चला रहीं जागरूकता अभियान
लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि डोनेट किए गए ब्लड का इस्तेमाल विभिन्न मेडिकल कंडीशन में इस्तेमाल होता है. रक्तदान को महादान कहा जाता है. रक्तदान के माध्यम से किसी मरीज को नई जिंदगी दी जा सकती है. सामाजिक संस्थाएं रक्तदान शिविर में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील कर रही हैं.
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