Himachal Pradesh News: रेप के मामले में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम एक बार फिर चर्चाओं में है, जिसे 40 पेरोल पर रिहा किया गया है. इस समय राम रहीम बागपत यूपी के बागपत जिले के बरनावा आश्रम में मौजूद है, लेकिन वो अपने ऑनलाइन प्रवचन के माध्यम से देश-दुनिया के लोगों से जुड़ रहा है. उसके प्रवचनों का लाइव प्रसारण किया जा रहा है. इस बीच सवाल ये उठ रहा है कि जब-जब चुनाव आते हैं तब ही क्यों राम रहीम को पेरोल दी जाती है. 


नेता-मंत्री दरबार में नतमस्तक
दरअसल, इसमें हैरानी की बात ये है कि राम रहीम के दरबार में नेता-मंत्री भी नतमस्तक होते दिख रहे हैं. वहीं कल यानि गुरुवार को हरियाणा की आदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव है. साथ ही हिमाचल प्रदेश में भी चुनाव नजदीक हैं. ऐसे में इन नेताओं के राम रहीम के दरबार में जाना कितना सही है. दरबार में रेणु बाला गुप्ता मेयर, करनाल, बिक्रम ठाकुर उद्योग मंत्री, हिमाचल, रणबीर सिंह गंगवा, डिप्टी स्पीकर, हरियाणा विधानसभा, फौजा सिंह सरारी, मंत्री, पंजाब, कृष्ण मिड्ढा, बीजेपी विधायक को देखा गया. 


लोगों के बीच ये है राम रहीम का असर 
गुरमीत राम रहीम के दुनिया भर में 5 करोड़ भक्तों का दावा किया जाता है. साथ ही हरियाणा में 25 लाख से ज्यादा भक्त का दावा है. इसके अलावा पंजाब में 25 लाख से ज्यादा भक्त का दावा है. यही नहीं राम रहीम के दुनियाभर में लगभग 250 आश्रम हैं. हरियाणा के सिरसा में मुख्यालय है. सिरसा में 700 एकड़ में डेरे में आश्रम बना हुआ है.


हिमाचल के पालमपुर में दलित समुदाय पर पकड़
राम रहीम की कुछ इलाकों में डेरे का असर है. हिमाचल के पालमपुर में आश्रम दलित समुदाय में डेरे की पकड़ है. हिमाचल में 17 सीटें दलितों के लिए रिजर्व हैं. ऐसे में ये सबसे बड़ा सवाल ये है कि चुनाव के समय राम रहीम को पेरोल मिलना कितना सही है.


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