Himachal Pradesh News Today: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के अयोग्य ठहराए गए छह विधायकों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को 'बेनकाब' करने की धमकी दी है. बागी विधायकों ने हुए शनिवार (16 मार्च) को कहा कि वे सीएम सुक्खू के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करेंगे.
एक संयुक्त बयान में सभी 6 कांग्रेसी विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों ने कहा, "उन्होंने सीएम सुक्खू के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करने का फैसला किया है." उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उन आरोपों को साबित करने के लिए जवाबदेह होंगे जो उन्होंने विधायकों पर लगाए हैं.
विधानसभा में वित्त विधेयक (बजट) पर मतदान से अनुपस्थित रहने वाले छह तत्कालीन विधायकों को, सदन में उपस्थित रहने और सरकार के पक्ष में मतदान करने के लिए पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने को लेकर अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
इन विधायकों की सदस्यता हुई है रद्द
अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस विधायकों में राजिंदर राणा, रवि ठाकुर, सुधीर शर्मा, इंदर दत्त लखनपाल, चेतन्य शर्मा और देविंदर कुमार भुट्टो शामिल हैं. इसके अलावा निर्दलीय विधायक के एल ठाकुर, होशियार सिंह और आशीष शर्मा शामिल हैं.
कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों ने कहा कि वे जनता को बताएंगे कि पिछले 14 महीनों के दौरान उन्हें कैसे अपमानित किया गया और उनके निर्वाचन क्षेत्रों में विकास का काम बंद कर दिया गया.
'घबरा गए हैं सीएम सुक्खू'
इन विधायकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू घबरा गए हैं, क्योंकि सत्ता उनके हाथ से फिसलती जा रही है. विधायकों ने तंज कसते हुए कहा कि उन्हें डर है कि अगर सत्ता चली गई तो उनके 'कर्म' उजागर हो जाएंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने बेरोजगार युवाओं के लिए दरवाजे बंद कर दिए. कांग्रेस के घोषणापत्र को कूड़ेदान में फेंक दिया गया और गंभीर वित्तीय संकट के दौरान भी 'चहेतों' को पुरस्कृत किया जा रहा है.
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