पर्यटकों का खत्म हुआ इंतजार, शिमला में सोमवार से शुरू होगी आइस स्केटिंग, सफल रहा ट्रायल
Shimla News: शिमला में लक्कड़ बाजार स्थित आइस स्केटिंग रिंक तक लोकल बस, निजी गाड़ी या टैक्सी के माध्यम से पहुंचना बेहद आसान है. तीन महीने सर्दियों के मौसम में स्केटिंग हो पाती है.
Ice Skating Rink Shimla: शिमला के आइस स्केटिंग रिंक में रविवार को सीजन का पहला ट्रायल सफल रहा. सोमवार सुबह से स्केटिंग शुरू हो जाएगी. आइस जमने के लिए कम तापमान और साफ आसमान की जरूरत होती है. बादल छा जाने पर आइस नहीं जमती और स्केटिंग का मजा किरकिरा हो जाता है. रविवार को रिंक के सदस्यों ने सफलतापूर्वक ट्रायल किया. आइस स्केटिंग रिंक के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री रजत मल्होत्रा ने बताया कि रविवार सुबह स्केटिंग का ट्रायल सफल रहा है.
सोमवार से मॉर्निंग सेशन की शुरुआत कर दी जाएगी. मौसम का साथ न मिलने की वजह से आइस स्केटिंग के सेशन बीते साल कम हुए हैं. इस बार आइस स्केटिंग के ज्यादा सेशन होने की उम्मीद है. शिमला में अत्याधुनिक तकनीक से आइस स्केटिंग के साथ रोलर स्केटिंग रिंक बनाने की टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है. काम पूरा होने के बाद ऑल वेदर रिंक अत्याधुनिक तकनीक से तैयार होगा. स्केटर्स को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी. 42 करोड़ रुपये का खर्च आना है. तीन महीने सर्दियों के मौसम में स्केटिंग हो पाती है. इसके लिए भी स्केटिंग क्लब को मौसम पर ही निर्भर रहना पड़ता है.
शिमला आइस स्केटिंग रिंक में रविवार को इस सीजन का पहला ट्रायल सफल रहा है. मौसम का साथ मिला, तो सोमवार से आइस स्केटिंग शुरू हो जाएगी.@ABPNews #shimla #HimachalPradesh #iceskating #ice #skating pic.twitter.com/tEHINUfXuF
— Ankush Dobhal🇮🇳 (@DobhalAnkush) December 8, 2024
स्केटिंग रिंक तक कैसे पहुंच सकते हैं पर्यटक?
लक्कड़ बाजार स्थित आइस स्केटिंग रिंक तक लोकल बस, निजी गाड़ी या टैक्सी के माध्यम से पहुंचना बेहद आसान है. रिंक मुख्य सड़क से ही नजर आ जाती है. अगर आप मालरोड पर हैं, तो स्कैंडल पॉइंट से तिब्बती मार्केट होते हुए आसानी से स्केटिंग रिंक तक पहुंचा जा सकता है. एडीबी की वित्तीय मदद से बनाए जाने वाले स्केटिंग रिंक में हर मौसम में बर्फ जमाने के लिए रेफ्रिजरेशन प्लांट भी स्थापित किया जाएगा, ताकि साल भर आईस स्केटिंग की सुविधा मिल सके. इसमें चेंजिंग रूम, रिंक, रोलर रिंक, रेस्टोरेंट, फायर अलार्मिंग सिस्टम, कांफ्रेंस हॉल, सर्विलांस सिस्टम सहित अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप स्केटिंग सुविधा मुहैया करवाए जाने की योजना प्रस्तावित है.
स्केटिंग रिंक ने ली टेनिस कोर्ट की जगह
भारत पर अधिपत्य स्थापित कर राज करने वाले अंग्रेज शिमला की अलग-अलग जगहों पर खेल खेला करते थे. मौजूदा वक्त में जहां स्केटिंग रिंक है, वहां साल 1920 तक टेनिस खेला जाता था. अंग्रेज ब्लेस्सिंगटन भी यहां टेनिस खेलने आया करता था, लेकिन मुश्किल यह थी कि सर्दियों के समय यह टेनिस कोर्ट जम जाया करता और अंग्रेज यहां खेल नहीं पाते. तभी उत्सुकतावश ब्लेस्सिंगटन ने टेनिस कोर्ट में पानी भर दिया और सुबह जब वापस लौटा, तो पूरा टेनिस कोर्ट पर बर्फ की पतली परत जम चुकी थी. तभी ब्लेस्सिंगटन को यहां आइस स्केटिंग रिंक बनाने का ख्याल आया. इस तरह शिमला में एशिया का पहला ओपन स्केटिंग रिंक है.
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