Shimla: देश के लिए शहीद विजय कुमार के गांव के लोगों का जज्बा, चंद घंटे में तैयार कर दी 400 मीटर सड़क
Himachal Pradesh: लद्दाख में हुई सड़क दुर्घटना में शहीद हुए नायक विजय कुमार के गांव शिमला गांव के लोगों ने श्मशान घाट तक सड़क बनाने का बीड़ा उठाया और कड़ी मेहनत के बाद सड़क तैयार हो गई.
Shimla News: सेना का जवान देश के लिए जान दे सकता है, लेकिन आम जनता सिर्फ देश को सम्मान और प्यार दे सकती है. ऐसा ही सम्मान और प्यार शहीद विजय कुमार के गांव वालों ने भी देश को दिया. शनिवार को लद्दाख (Ladakh) में हुई सड़क दुर्घटना में नायक विजय कुमार शहीद हुए सोमवार को शिमला (Shimla) से उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव लाया गया. अब समस्या यह थी कि उनके घर से श्मशान घाट की तरफ जाने के लिए रास्ते के नाम पर एक छोटी-सी पगडंडी थी.
गांव के लोगों को मालूम था कि शहीद विजय कुमार के सम्मान में न केवल आसपास के लोगों की भीड़ आयेगी, बल्कि प्रदेश भर के लोग उनके सम्मान में यहां उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचेंगे. ऐसे में रविवार देर रात गांव के लोगों ने श्मशान घाट तक सड़क बनाने का बीड़ा उठाया. पूरी रात की कड़ी मेहनत के बाद सुबह तक यह सड़क तैयार हो गई. खास बात यह रही कि इस सड़क का नाम भी शहीद विजय कुमार मार्ग रखा गया है.
लद्दाख में हुई थी सड़क दुर्घटना
लोगों ने न केवल सड़क बनाने में रात भर मेहनत की, बल्कि अपनी जमीन भी बिना किसी विवाद के यहां मार्ग बनाने के लिए दे दी. विजय कुमार के साथ स्कूल में पढ़ाई करने वाले उनके दोस्त पारुल शर्मा का कहना है कि उनका यह सम्मान न केवल शहीद विजय कुमार के लिए है, बल्कि अपने देश के लिए भी है. विजय कुमार का यह सर्वोच्च बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा. शनिवार को लद्दाख में हुई सड़क दुर्घटना में शिमला के रहने वाले नायक विजय कुमार शहीद हो गए.
उनका बचपन गरीबी में गुजरा. उन्होंने कड़ी मेहनत के बाद भारतीय सेना ज्वाइन की थी. नायक विजय कुमार गरीब परिवार से संबंध रखते थे. उनकी मां ने बकरियां पालकर उनकी पढ़ाई का खर्चा निकाला और फिर बड़ी मेहनत के बाद उन्हें सेना में भर्ती करवाया.