Himachal Police Recruitment Paper Leak: हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है. सीबीआई ने चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में एफआईआर दर्ज की है. हिमाचल प्रदेश सरकार ने 17 मई को मामले की जांच करने के लिए सीबीआई को पत्र लिखा था. अब करीब छह महीने का समय बीत जाने के बाद सीबीआई नहीं आया FIR दर्ज की है. प्रारंभिक तौर पर दोनों FIR में सीबीआई ने पांच आरोपियों को नामजद किया है. इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा-420 और 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है.
SIT कर रही थी मामले की जांच
हिमाचल पुलिस लिखित परीक्षा पेपर लीक की जांच के लिए प्रदेश सरकार ने DIG मधुसूदन शर्मा की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया था. यह SIT पेपर लीक मामले की जांच कर रही थी. अब तक कार्रवाई करते हुए हिमाचल के साथ बिहार, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से 181 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामला अब सीबीआई के पास जाने के बाद गाज पुलिस अफसरों पर भी गिर सकती है. अब तक किसी भी पुलिस अफसर को मामले में आरोपी नहीं बनाया गया है. सीबीआई अब नए सिरे से मामले की जांच करेगी और इसमें कई नए तथ्य भी सामने निकलकर आने की उम्मीद है.
क्या है पूरा मामला?
27 मार्च को हिमाचल प्रदेश पुलिस में 1 हजार 334 पदों के लिए लिखित परीक्षा हुई. 5 अप्रैल को इस परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ. 5 मई को पहली बार पुलिस पेपर लीक होने का की बात सामने आई. इसके बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 6 मई को परीक्षा रद्द करने की बात कही और DIG मधुसूदन शर्मा की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया. एसआईटी ने कार्रवाई करते हुए पहले प्रदेश से आरोपियों को गिरफ्तार किया. फिर धीरे-धीरे जब कड़ियां बाहरी राज्यों से जुड़ती गई और आरोपियों को बाहरी राज्य से लाकर भी जेल की सलाखों के पीछे डाला गया. हालांकि विपक्ष मामले को लेकर लगातार सवाल खड़े करता आ रहा है कि आखिर मामले में किसी पुलिस के अफसर पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई. विपक्ष लगातार सरकार पर अपने चहेते अफसरों को बचाने के भी आरोप लगाता रहा है.
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