Himachal Political Crisis: हिमाचल प्रदेश की एक राज्यसभा सीट के लिए मंगलवार को हुए मतदान में जहां कांग्रेस का पलड़ा भारी माना जा रहा है. लेकिन मतदान के बाद सारा खेल बदला दिखाई दिया. कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी और बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में 34-34 वोट पड़े. दोनों को बराबर वोट मिलने की वजह से ड्रॉ ऑफ लॉट्स के तहत पर्ची निकाली गई. जिसमें बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन ने जीत दर्ज की. बीजेपी की जीत के बाद अब हर्ष महाजन ने बड़ा दावा किया है कि प्रदेश की सूक्खू सरकार गिरने वाली है.


राज्यपाल से मिलने वाले है जयराम ठाकुर


नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और बीजेपी विधायक दल बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन की जीत के बाद उत्साहित नजर आ रहे है. इसी बीच जयराम ठाकुर बीजेपी विधायक दल के साथ मिलकर राज्यपाल से मुलाकात करने वाले है. बीजेपी का दावा है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के पास बहुमत नहीं है. इसी बीच राज्यपाल से बीजेपी विधायकों की मुलाकात को अहम माना जा रहा है.


कैसे बिगड़ा कांग्रेस का सारा खेल?


हिमाचल में कांग्रेस के 40 विधायक है जबकि बीजेपी के 25 विधायक है. वहीं प्रदेश में 3 निर्दलीय विधायक भी है. राज्यसभा चुनाव को लेकर माना जा रहा था कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी ही जीत दर्ज करेंगे लेकिन चुनाव के दौरान 6 कांग्रेस विधायकों की ने क्रॉस वोटिंग ने सारा खेल बदल दिया. वहीं निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी के पक्ष में वोट ड़ाले. जिससे अभिषेक मनु सिंघवी के पक्ष में 34 वोट तो वहीं हर्ष महाजन को भी 34 ही वोट मिले. मामला बराबर होने की वजह से पर्ची के जरिए नतीजा निकाला गया तो हर्ष महाजन के पक्ष में आया. हर्ष महाजन की जीत के बाद कांग्रेस ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को घेरना शुरू कर दिया नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने से इस्तीफा तक मांग लिया. उन्होंने कहा कि जब एक साल के अंदर विधायक उनका साथ नहीं दे रहे तो जनता कैसे उनपर भरोसा करेगी.


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