(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Himachal: प्रतिभा सिंह ने बागी MLAs की नाराजगी को बताया जायज, कहा- 'अगर बात सुनी गई होती...'
Himachal Pradesh Political Crisis: हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक संकट के बीच प्रतिभा सिंह का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह कैबिनेट से हटने के निर्णय पर कायम हैं.
Himachal News: कांग्रेस पर्यवेक्षक डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने हिमाचल में सबकुछ ठीक रहने और सरकार के पांच साल चलने का दावा किया है लेकिन उनके उलट पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) के सुर अलग नजर आ रहे हैं. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने विधायकों से सुबह मुलाकात की लेकिन इसमें विक्रमादित्य सिंह नहीं पहुंचे. वहीं, प्रतिभा सिंह बागी विधायकों का समर्थन करती दिख रही हैं जिन्होंने राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग की थी. प्रतिभा सिंह का कहना है कि उनकी नाराजगी स्वाभाविक है.
प्रतिभा सिंह ने कहा, ''बिल्कुल, क्यों नहीं? जब इस बात को एक साल से ज्यादा वक्त हो गए और आपने उनकी बातों पर कोई संज्ञान नहीं लिया और न उन्हें सुना, तो उनका नाराज होना स्वाभाविक है. अगर आपने उनके साथ बैठकर बात की होती और समाधान निकाला होता, तो यह स्थिति पैदा नहीं होती.''
हमने पार्टी हाईकमान के सामने उठाया था मुद्दा- प्रतिभा
प्रतिभा सिंह ने कहा कि उन्हें जब लगा कि चीजें ठीक नहीं चल रही हैं तो उन्होंने इसकी जानकारी पार्टी हाईकमान को दी थी. प्रतिभा सिंह ने कहा, ''हमने जो भी कदम उठाया, वह हिमाचल प्रदेश की जनता की भावना को ध्यान में रखते हुए उठाया. लोग हमसे जुड़े हुए हैं और वीरभद्र सिंह की विरासत हमारे साथ है. हमने पार्टी हाईकमान के सामने बार-बार यह बात लाई. हमने कल भी बैठक में यह बात कही थी. हम उनके निर्णय का इंतजार कर रहे हैं.'' प्रतिभा सिंह ने साथ ही दावा किया कि उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह कैबिनेट से हटने के अपने निर्णय पर अडिग हैं. उन्होंने कहा, ''कायम हैं, बिल्कुल कायम हैं.''
सीएम सुक्खू की मीटिंग से विक्रमादित्य ने बनाई दूरी
बता दें कि सीएम सुक्खू ने सुबह ब्रेकफास्ट मीटिंग बुलाई लेकिन इसमें विक्रमादित्य सिंह नहीं पहुंचे. उन्होंने यह जरूर कहा कि वह इस्तीफे का मुद्दा नहीं बढ़ाएंगे. ब्रेकफास्ट में दो-तिहाई विधायक मौजूद थे. विक्रमादित्य सिंह ने कहा, ''मैंने कहा था कि मैं दबाव नहीं डालूंगा. बातचीत चल रही है. पर्यवेक्षक यहां हैं और वे सब ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं. हम उनसे फिर बात करेंगे. हिमाचल देवभूमि है, इसपर देवताओं की कृपा है और मैं अयोध्या भी गया था और मैंने श्रीराम का भी आशीर्वाद लिया, हमारे पास सभी का आशीर्वाद है. कोई समस्या नहीं है.'' हालांकि विधायकों के अयोग्य करार देने के मुद्दे पर विक्रमादित्य बहुत संभलकर बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ''मेरे लिए अभी इस पर कुछ कहना है सही नहीं होगा. हमारे पर्यवेक्षक आए हुए हैं और वे स्थिति को समझते हैं. स्पीकर ने निर्णय लिया है. इसलिए मेरे लिए इस पर कुछ कहना सही नहीं होगा.''
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