Himachal Tourism: हिमाचल प्रदेश की जीडीपी में पर्यटन कारोबार का 7.6 फ़ीसदी हिस्सा है. प्रदेश के लाखों लोगों की रोजी-रोटी पर्यटन कारोबार से जुड़ी हुई है. हाल ही में सरकार ने स्पेशल रोड टैक्स में बढ़ोतरी की. इससे हिमाचल प्रदेश आने वाले पर्यटकों की आमद पर असर पड़ रहा है. पंजाब-चंडीगढ़ टैक्सी संचालक ने तो हिमाचल प्रदेश का बॉयकॉट भी कर रखा है. इस बीच हिमाचल प्रदेश के पर्यटन कारोबारियों ने हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से कमर्शियल गाड़ियों पर लगाए गए टैक्स को कम करने की बात कही.


पर्यटन कारोबारी के आह्वान के बाद फैसला
शिमला होटल एंड टूरिज्म स्टेक होल्डर्स एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार टूरिस्ट बसों, टेंपो ट्रैवलर और अन्य कमर्शियल गाड़ियों पर लगाए गए स्पेशल रोड टैक्स और अन्य टैक्स को कम करेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्पेशल रोड टैक्स को लेकर जारी की गई अधिसूचना को संशोधित करने पर गंभीरता से विचार करेगी. मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद अब पर्यटन कारोबारी को बड़ी राहत मिलती हुई नजर आएगी.


सालाना पांच करोड़ पर्यटकों की आमद का लक्ष्य
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया है कि सरकार हिमाचल प्रदेश में जल्द ही एक होम स्टे नीति भी लाने वाली है. प्रदेश में पर्यटन को सुदृढ़ करने के लिए सरकार ठोस कदम उठा रही है. सरकार चाहती है कि हिमाचल प्रदेश आने वाले पर्यटकों की संख्या को सालाना पांच करोड़ तक पहुंचाया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जल्द ही पर्यटकों के लिए एक हेल्पलाइन भी शुरू करने वाली है. मौजूदा वक्त में सरकार मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन- 1100 के साथ पर्यटन हेल्पलाइन को जोड़ने पर विचार कर रही है. इसके साथ ही प्रदेश में सड़क संपर्क के साथ-साथ हवाई सेवाएं भी सुदृढ़ की जा रही हैं. सभी जिलों को हेलीपोर्ट से जोड़ने का कार्य प्रगति पर है.


यह भी पढ़ें: Himachal Pradesh News: हिमाचल में तीन करोड़ रुपए से तैयार होगी पहले डिजिटल लाइब्रेरी, साल के अंत तक पूरा होगा काम