अनुराधा राणा को कांग्रेस ने क्यों बनाया प्रत्याशी? लाहौल स्पीति में त्रिकोणीय हो सकता है मुकाबला
Himachal By Election 2024: हिमाचल प्रदेश में आखिरी चरण में चार लोकसभा सीटों और छह विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं. कांग्रेस और बीजेपी ने उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.
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Himachal Pradesh Poll 2024: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा के चुनाव हैं. चार लोकसभा सीट के साथ छह विधानसभा क्षेत्रों में भी उपचुनाव हैं. कांग्रेस-बीजेपी ने उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. अब सिर्फ धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव के लिए ही कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा बाकी है. मौजूदा वक्त में हिमाचल प्रदेश में सिर्फ एक ही महिला विधायक हैं. भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर जिला सिरमौर के तहत आने वाली पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से रीना कश्यप चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंची हैं.
त्रिकोणीय हो सकता है मुकाबला
अब लाहौल स्पीति विधानसभा क्षेत्र में होने जा रहे उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जिला परिषद अध्यक्ष अनुराधा राणा को अपना प्रत्याशी बनाया है. अनुराधा राणा का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रवि ठाकुर से है. रवि ठाकुर कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए हैं.
अनुराधा राणा अगर रवि ठाकुर को चुनाव हराने में सफल होती हैं, तो वह विधानसभा पहुंचने वाली दूसरी महिला विधायक होंगी. इसी सीट पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक डॉ. रामलाल मारकंडा के भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने की संभावना है. पहले उन्होंने कांग्रेस से भी चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया. अब रामलाल मारकंडा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ सकते हैं. अगर मारकंडा चुनावी रण में उतरे, तो यहां त्रिकोणीय मुकाबला होगा. तत्कालीन जयराम सरकार में रामलाल मारकंडा कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं.
अनुराधा राणा को कांग्रेस ने क्यों बनाया अपना प्रत्याशी?
अनुराधा राणा को कांग्रेस का प्रत्याशी बनाए जाने के पीछे सबसे बड़ी वजह उनकी महिला होना है. हिमाचल प्रदेश में सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने महिलाओं को हर महीने 1 हजार 500 रुपए देने का वादा किया था. इस सम्मान निधि की शुरुआत कांग्रेस सरकार ने लाहौल स्पीति से ही की. ऐसे में महिला सम्मान का वादा पूरा करने के चलते कांग्रेस इस फैक्टर को इस्तेमाल करने की कोशिश करेगी.
इसके साथ ही कांग्रेस ने रामलाल मारकंडा को टिकट न देकर यह भी संदेश देने की कोशिश की है कि पार्टी ने किसी बाहरी को नहीं, बल्कि अपने ही कैडर को टिकट देकर मजबूत किया है. कांग्रेस ने टिकट के तलबगारों का जो फाइनल तैयार किया था, उसमें अनुराधा राणा के अलावा जिला परिषद उपाध्यक्ष राजेश शर्मा, रतन बौद्ध, दोरजे लारजे, पूर्व विधायक रधुवीर ठाकुर, कुंगा बौद्घ और रपटन बौद्ध शामिल थे.
साल 2022 के विधानसभा चुनाव के चुनाव परिणाम
साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कुल 18 हजार 801 लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. इसमें कांग्रेस के रवि ठाकुर को 9 हजार 948, बीजेपी के डॉ. रामलाल मारकंडा को 8 हजार 332, आम आदमी पार्टी के सुदर्शन जस्पा को 454 और नोटा को 67 वोट मिले थे. इस तरह रवि ठाकुर ने 52.91 फीसदी वोट के साथ चुनाव में जीत हासिल की, जबकि दूसरे स्थान पर रहे डॉ. रामलाल मारकंडा को 44.32 फीसदी वोट मिले थे.
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