हिमाचल के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने की उत्तराखंड के CM धामी से मुलाकात, इन मु्द्दों पर हुई चर्चा
Vikramaditya Singh News: हिमाचल प्रदेश PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की है. उन्होंने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के मौजूदा हालातों पर चर्चा की.
Vikramaditya Singh Uttarakhand Visit: हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह उत्तराखंड दौरे पर देहरादून पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सीएम आवास पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से औपाचारिक मुलाकात की. विक्रमादित्य सिंह ने सीएम धामी से उत्तराखंड और हिमाचल के बीच आपसी कनेक्टिविटी पर चर्चा की. सीएम धामी ने अपने एक्स पर इस मुलाकात की तस्वीर साझा की है. इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी मौजूद रहीं.
सीएम धामी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भी फोन पर बात की और दोनों राज्यों की आपसी कनेक्टिविटी को और बढ़ाने पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड और हिमाचल की भौगोलिक स्थिति लगभग एक जैसी है. हाल ही में संपन्न नीति आयोग की बैठक में भी हिमालयी राज्यों के समग्र विकास के लिए विशिष्ट नीतियां बनाने का अनुरोध किया गया है.
केंद्र सरकार के सामने मदद का प्रस्ताव रखने पर चर्चा
वहं मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस दौरान हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद हुए नुकसान पर चर्चा की. दोनों नेताओं के बीच तय किया गया कि जल्द ही दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री आपस में बैठक करके आपदा जैसे हालातों को लेकर केंद्र के सामने विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा करेंगे. साथ ही आपदा जैसे हालातों के लिए केंद्र के सामने मदद को लेकर रखे जाने वाले प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी. नेशनल हाईवे अथॉरिटी से भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर विभिन्न जरूरतों के लिहाज से बात की जाएगी.
इस बातचीत के दौरान मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद हुए नुकसान से बाहर निकलने की कोशिश की जा रही है. साथ ही राहत बचाव कार्य तेजी से चल रहा है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की है. केंद्र सरकार के सामने एनडीआरएफ की मदद के लिए मांग रखी.
बता दें कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश भूस्खलन, नदियों के उफान पर होने और सड़कें ध्वस्त होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हैं. साथ ही नेशनल हाईवे ध्वस्त होने के कारण आवाजाही वाधित है. आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सरकार के निर्देश पर राहत-बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं.