Shimla Sinking News: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश अपने साथ आफत भी लेकर आई है. आफत की बारिश ने आम जन जीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. राजधानी शिमला में भारी बारिश की वजह से कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है. प्रदेश की राजधानी शिमला के अनाडेल वार्ड के तहत आने वाले इलाके में पार्किंग के साथ कई घरों के आगे से जाने वाले रास्ते पर गहरी दरारें आ चुकी हैं. यहां बनी एक पार्किंग करीब चार फीट तक नीचे धंस गई है. ऐसे में यहां आस-पास की इमारतों के लिए खतरा बढ़ गया है. स्थानीय प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए घरों को खाली करवा दिया है.


क्या बोलीं स्थानीय पार्षद उर्मिला कश्यप?


अनाडेल वार्ड की पार्षद उर्मिला कश्यप ने बताया कि, कॉमली बैंक की पार्किंग करीब छह फीट तक धंस गई है. यहां जिन ने इमारत को खाली करवाया गया है, उन पर खतरा था. ऐसे में उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए परिवार के लोगों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया है. पार्षद उर्मिला कश्यप ने आरोप लगाया कि पूर्व पार्षद कुसुम सदरेट ने आखिरी वक्त में जल्दबाजी में अपने नाम की पट्टिका लगाने के लिए इस पार्किंग का निर्माण कराया. इस पार्किंग में केवल मलबा भर गया है और इसकी वजह से पार्किंग बैठ गई है. अगर पार्किंग का निर्माण न किया जाता तो यहां बनी पक्की रोड भी नहीं धंसती. उन्होंने कहा कि इन दिनों यहां असुरक्षा का माहौल है. इलाके में आने वाली टैक्सी सर्विस के साथ बस सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं और यहां लोग काफी परेशान हैं.






पटरी पर लौट रहा आम जनजीवन 


बता दें कि शिमला में इन दिनों आम जनजीवन प्रभावित हुआ है. हालांकि, लोग सामान्य दिनों की तरह ऑफिस के साथ स्कूल में आवाजाही कर रहे हैं. बावजूद इसके लोगों में कहीं न कहीं डर का माहौल बना हुआ है. 15 अगस्त से लेकर अब तक शिमला में ज्यादा बारिश नहीं हुई है. ऐसे में कुछ हद तक जनजीवन पटरी पर लौटता हुआ नजर आ रहा है.


हिमाचल में 335 लोगों की गई जान


हिमाचल प्रदेश में 24 जून से लेकर अब तक 8014.61 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. प्रदेश में 335 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इसके अलावा 324 लोग अलग-अलग घटनाओं में घायल भी हुए. प्रदेश भर में अभी 37 लोग लापता हैं. भारी बारिश ने 2 हजार 22 घरों को पूरी तरह तबाह कर दिया. इसके अलावा 9 हजार 615 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है. प्रदेश में 296 दुकान और 4 हजार 453 पशु घर बह गए. हिमाचल में 24 जून से लेकर अब तक 113 भूस्खलन और 58 फ्लैश फ्लड की घटनाएं भी रिकॉर्ड की गई हैं.



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