Himachal Pradesh Rajya Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश की एक राज्यसभा सीट के लिए मतदान शुरू हो गया है. मतदान हिमाचल प्रदेश विधानसभा परिसर में हो रहा है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पुस्तकालय में पोलिंग बूथ बनाया गया है. मतदान सुबह नौ बजे शुरू हो गया है. शाम चार बजे तक विधायक इस चुनाव में वोट डाल सकेंगे. जहां एक तरफ कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं, बीजेपी की ओर से भी हर्ष महाजन चुनावी मैदान में हैं.
कांग्रेस विधायक दल की ओर से जगत सिंह नेगी हर्षवर्धन चौहान रोहित ठाकुर और संजय अवस्थी एजेंट होंगे, जबकि बीजेपी की ओर से सतपाल सिंह सत्ती और राकेश जमवाल को एजेंट बनाया गया है.
BJP प्रत्याशी हर्ष महाजन को क्रॉस वोटिंग की उम्मीद
कुल 68 सीटों वाली हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 विधायक हैं. वहीं, तीन निर्दलीय विधायक भी सरकार के एसोसिएट विधायक के तौर पर काम कर रहे हैं. बीजेपी के पास विधानसभा में केवल 25 सीट हैं. ऐसे में अगर नंबर गेम पर नजर डाली जाए, तो कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी की जीत लगभग तय है. केवल 25 सीट होने के बावजूद भी बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन को अपनी जीत की उम्मीद है. बीजेपी कांग्रेस विधायकों से क्रॉस वोटिंग की उम्मीद कर रही है.
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए हैं हर्ष महाजन
साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले हर्ष महाजन कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे. हर्ष महाजन की पहचान हिमाचल प्रदेश की राजनीति में प्रबंधक के तौर पर है. उन्हें सक्रिय राजनीति का 40 साल से भी लंबे वक्त का अनुभव है. हर्ष महाजन को जिस प्रबंधन की मंशा से विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में लाया गया था, वह प्रबंधन राज्यसभा चुनाव में किए जाने की उम्मीद लगाई जा रही है. हर्ष महाजन पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी रहे हैं. साल 2022 में वे हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी थे. कांग्रेस के विधायक कथित तौर पर अपनी ही सरकार से नाराज चल रहे हैं. ऐसे में हर्ष महाजन लगातार कह रहे हैं कि अगर कांग्रेस विधायकों ने अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट दी, तो वे जरूर जीतेंगे.
जीत के लिए पूरी तरह आश्वस्त मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह
वहीं, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी की जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट हैं. इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस के साथ है. ऐसे में उन्हें जीत के लिए कोई परेशानी नहीं होगी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि बीजेपी सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए चुनावी मैदान में है.
अमूमन चुनावी मैदान में प्रत्याशी नहीं उतरता विपक्षी दल
गौरतलब है कि लंबे वक्त से हिमाचल प्रदेश में सत्ता में रहने वाली पार्टी निर्विरोध ही अपने प्रत्याशी को राज्यसभा पहुंचती आई है. राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में आनंद शर्मा, जगत प्रकाश नड्डा, इंदु गोस्वामी और प्रो. सिकंदर कुमार निर्विरोध ही राज्यसभा पहुंचे हैं. विपक्षी दल अपना उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव में नहीं देता है, लेकिन बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारकर इस रण को दिलचस्प बनाने में भरसक दम झोंका है.
क्या है हिमाचल विधानसभा की स्थिति?
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 68 विधानसभा सीट हैं. इनमें 40 पर कांग्रेस और 25 पर बीजेपी के विधायक जीते हैं. वहीं, तीन अन्य सीट निर्दलीयों के खाते में है. नालागढ़ से कृष्ण लाल ठाकुर, देहरा से होशियार सिंह और हमीरपुर से आशीष शर्मा निर्दलीय विधायक हैं. इनमें कृष्ण लाल ठाकुर और होशियार सिंह बीजेपी से बागी होकर चुनाव लड़े थे. वहीं, आशीष शर्मा कांग्रेस से बागी होकर चुनाव जीत विधायक बने हैं. भारतीय जनता पार्टी उनके कांग्रेस विधायकों को भी टारगेट पर रखे हुए है, जो लंबे वक्त से अपनी ही सरकार से नाराज चल रहे हैं.