Himachal Pradesh Excise Department: हिमाचल प्रदेश के राज्य कर और आबकारी विभाग ने वित्त वर्ष 2022-23 में 5 हजार 130 करोड़ रुपये के राजस्व एकत्रित करने के लक्ष्य को पूरा करने में सफलता हासिल की है. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 19 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 5 हजार 343 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है, जो वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 846 करोड़ रुपये अधिक है.
राज्य आबकारी और कर विभाग के आयुक्त यूनुस ने बताया कि वित्त वर्ष जीएसटी संग्रह में यह शानदार बढ़ोतरी विभाग की ओर से कड़ी सर्तकता और कर अधिकारियों की कार्यकुशलता का परिणाम है. उन्होंने कहा कि रिर्टन फाइलिंग में सुधार हुआ है. इसके अलावा विभाग ने जांच और निगरानी में दक्षता से 13 लाख ई-वे बिल सत्यापित किए हैं. आयुक्त यूनुस ने बताया कि ई-वे बिल के सत्यापन से 8 करोड़ रुपये जुर्माने के तौर पर प्राप्त किए गए हैं.
जीएसटी से जुड़े 257 करोड़ के 89 मामलों का लगाया पता
आबकारी विभाग ने इस साल के दौरान करीब 400 अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया. विभाग ने नियमों के अनुपालन में सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की. इन उपायों से रिटर्न फाइलिंग और रिटर्न जांच में सुधार हुआ. राज्य मुख्यालय ने जीएसटी से जुड़े 257 करोड़ रुपये के 89 मामलों का पता लगाया है. विभाग अपने प्रदर्शन में और सुधार करने की दृष्टि से रिटर्न फाइलिंग, रिटर्न की त्वरित जांच, जीएसटी ऑडिट को समय पर पूरा करने और कर अधिकारियों की क्षमता निर्माण की कोशिश में लगा है.
आबकारी विभाग की कमाई प्रदेश के लिए अहम
आबकारी विभाग प्रदेश का सबसे अधिक कमाई करने वाला विभाग है. हिमाचल प्रदेश सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए नई आबकारी नीति भी लागू कर दी है. सरकार को इस नई आबकारी नीति से भी अपने कमाई में बढ़ोतरी की उम्मीद है. साल 2023-24 के बजट में सरकार ने शराब की हर बोतल पर 10 रुपये सेस लगाने का भी फैसला लिया है. यह सेस हिमाचल प्रदेश सरकार को सालाना 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई करवाएगा.
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