Himachal Pradesh Road Accidents: छोटे से पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश पर 21 लाख 99 हजार 964 गाड़ियों का बोझ है. इनमें 18 लाख 83 हजार 556 निजी और 3 लाख 13 हजार 906 व्यावसायिक गाड़ियां शामिल हैं. राज्य में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की संख्या 2 हजार 502 है. जैसे-जैसे राज्य में गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे सड़क दुर्घटनाओं में भी इजाफा हो रहा है. राज्य में होने वाली ज्यादातर दुर्घटनाएं मानव त्रुटि (Human Error) के कारण ही हो रही हैं.


7 सालों में 20 हजार से ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाएं परिवहन विभाग के साथ राज्य सरकार के लिए भी चिंता का विषय है. बीते करीब सात सालों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए, तो 20 हजार 904 सड़क दुर्घटनाओं में 8 हजार 370 लोगों की मौत हुई और 34 हजार 754 लोग घायल भी हुए. हिमाचल प्रदेश परिवहन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, बीते करीब सात साल में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं साल 2016 में हुई. साल 2016 में 3 हजार 168 सड़क दुर्घटनाओं में 1 हजार 271 लोगों ने अपनी जान गंवा दी, जबकि 5 हजार 764 लोग घायल भी हुए.


साल 2019 में 2 हजार 873 सड़क दुर्घटनाएं
इसी तरह साल 2017 में 3 हजार 114 सड़क दुर्घटनाओं में 1 हजार 203 लोगों की मौत हुई और 5 हजार 452 लोग घायल हुए. साल 2018 में 3 हजार 110 सड़क दुर्घटनाओं में 1 हजार 208 लोगों की मौत हुई और 5 हजार 551 लोग घायल हुए. साल 2019 में 2 हजार 873 सड़क दुर्घटनाएं हुईं. इन सड़क दुर्घटनाओं में 1 हजार 147 लोगों की मौत हुई, जबकि 4 हजार 903 घायल हो गए. साल 2020 में 2 हजार 239 सड़क दुर्घटनाओं में 893 लोगों की मौत हुई और 3 हजार 323 लोग घायल हुए.


साल 2022 में 2 हजार 597 सड़क दुर्घटनाएं
हिमाचल प्रदेश में साल 2021 में 2 हजार 404 सड़क दुर्घटना में 1 हजार 052 मौतें हुई और 3 हजार 454 लोग घायल हो गए. साल 2022 में 2 हजार 597 सड़क दुर्घटनाओं में 1 हजार 032 लोगों की मौत हुई और 463 लोग घायल हो गए. साल 2023 में जनवरी से अगस्त महीने तक 1 हजार 399 सड़क दुर्घटनाओं में 564 लोगों की मौत हुई और 2 हजार 344 लोग घायल हुए.


यह भी पढ़ें: हिमाचल में अब टॉयलेट सीट पर लगेगा टैक्स, सुक्खू सरकार का फैसला, कितने रुपये देने होंगे?