Shimla Water Supply: पहाड़ की खूबसूरती भी पहाड़ होती है और पहाड़ का समस्या भी पहाड़ ही होती है. पहाड़ जैसी समस्याओं का समाधान पाने के लिए जरूरत होती है, पहाड़ जैसे जज्बे की. यह जज्बा जल शक्ति विभाग (Jal Shakti Department ) के वाटर गार्ड वीर मोहन (Veer Mohan) में देखने को मिला है.


भारी बर्फ के बीच किया पैदल सफर
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के दूरदराज इलाके डोडोरा क्वार की धंदरवाड़ी गांव में बीते एक हफ्ते से पानी की सप्लाई बाधित थी. लोगों को पीने के पानी की समस्या पैदा हो गई थी. दरअसल, बर्फबारी की वजह से पानी का मुख्य स्रोत जम गया था. इस कारण सप्लाई नहीं हो पा रही थी. पानी की सप्लाई के लिए जाम पाइप को खोलना जरूरी था. ऐसे में जल शक्ति विभाग के वाटर गार्ड वीर मोहन ने चार फीट बर्फ में करीब तीन किलोमीटर पैदल चलकर पानी की सप्लाई को बहाल किया.


वाटर गार्ड की जमकर हो रही सराहना 
भारी बर्फ में 100 मीटर की दूरी तय करना भी अपने आप में चुनौती भरा रहता है. ऐसे में तीन किलोमीटर का सफर कर पानी की सप्लाई बहाल करने के लिए वाटर गार्ड वीर मोहन की जमकर तारीफ हो रही है. वीर मोहन ने एक-दो नहीं बल्कि पूरे 300 घरों की पानी की सप्लाई बहाल करने का काम किया. पानी की सप्लाई बहाल करने के दौरान का संघर्ष वीडियो में भी साफ तौर पर नजर आ रहा है. जल शक्ति विभाग के वॉटर गार्ड वीर मोहन की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं.


बर्फबारी के दौरान बढ़ जाती है परेशानी
जिला शिमला का डोडोरा क्वार इलाका भले ही राजधानी शिमला में आता हो, लेकिन यह बेहद दुर्गम इलाका है. डोडोरा क्वार की चांशल घाटी की समुद्र तल से ऊंचाई 14 हजार 830 फीट है. यहां लोगों को रोजाना कई परेशानियों से जूझना पड़ता है. बर्फबारी के दौरान परेशानी और बढ़ जाती है. बर्फबारी के दौरान इलाके का संपर्क मुख्य इलाकों से कट जाता है. कई दिनों तक बिजली पानी की सप्लाई के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ता है. ऐसे में वीर मोहन जैसे कर्मचारी अपने कर्तव्य का पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन कर लोगों को परेशानी से निजात दिलाने का काम करते हैं.


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