Army Truck Accident In Leh: शनिवार को लद्दाख (Ladakh)में हुई सड़क दुर्घटना में शिमला (Shimla) के रहने वाले नायक विजय कुमार शहीद हो गए. उनका बचपन गरीबी में गुजरा. उन्होंने कड़ी मेहनत के बाद भारतीय सेना ज्वाइन की थी. नायक विजय कुमार गरीब परिवार से संबंध रखते थे. उनकी मां ने बकरियां पालकर उनकी पढ़ाई का खर्चा निकाला और फिर बड़ी मेहनत के बाद उन्हें सेवा में भर्ती करवाया. विजय कुमार न केवल पढ़ाई में अव्वल थे, बल्कि खेलों में भी उनका रुझान था. साल 2004 में सेवा वे भारतीय सेना में भर्ती हुए. नायक विजय कुमार शनिवार को लद्दाख में हुई सड़क दुर्घटना में शहीद हो गए.
शहीद नायक विजय कुमार अपने पीछे माता-पिता, धर्मपत्नी के साथ-साथ छह और डेढ़ साल के बच्चे को पीछे छोड़ गए हैं. धर्मपत्नी का घर पर रो-रो कर बुरा हाल है और बच्चों को समझ नहीं आ रहा कि आखिर उनके पिता कहां चले गए? गांव के लोगों ने बताया कि शहीद नायक विजय कुमार बेहद मिलनसार स्वभाव के थे. उनकी मां ने गरीबी में दिन काटे और मुश्किल के साथ घर परिवार का गुजर-बसर किया.
जब भी छुट्टियों में आते, तो बच्चों को सेना में जाने की ट्रेनिंग देते
भारतीय में भर्ती होते ही विजय कुमार ने न केवल अपने घर-परिवार की जिम्मेदारी संभाली बल्कि वे गांव के बच्चों को भी भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित करते थे. विजय कुमार जब भी छुट्टियों में आते, तो बच्चों को सेना में जाने की ट्रेनिंग देते और साथ ही उन्हें खेलों की भी जानकारी देते थे. विजय कुमार अपने स्कूल के वक्त में खुद भी उच्च कोटि के खिलाड़ी थे. मां भारती की सेवा में तैनात शहीद नायक विजय कुमार अब अपने परिवार को इस दु:ख में छोड़ गए हैं जो कभी खत्म नहीं हो सकेगा.
शनिवार को सड़क दुर्घटना में हुई शहादत
बता दें कि शनिवार को लेह से करीब छह किलोमीटर की दूरी पर नौमा तहसील की क्यारी जगह पर सेना का ट्रक अचानक खाई में जा गिरा. इसमें सेवा के 10 जवान सवार थे. इन्हीं 10 जवानों के बीच नायक विजय कुमार भी थे, जो इसी दुर्घटना में शहीद हो गए. लद्दाख जैसी मुश्किल जगह पर मां भारती की सेवा कर रहे विजय कुमार ने घर पर जल्द छुट्टियों में वापस लौटने की बात कही थी, लेकिन हर वादा निभाने वाले विजय कुमार अपना घर लौटने का वादा पूरा नहीं कर सके.