Himachal: स्पीति के वैली गिउ गांव की वादियों में पहली बार गूंजी 'हेलो' की आवाज, PM मोदी ने गांव के लोगों से की बात
Mobile Network In Spiti Valley: चीन सीमा से सटे हिमाचल के स्पीति का गिउ गांव गुरुवार को पहली बार मोबाइल नेटवर्क से जुड़ा. इसके बाद PM नरेंद्र मोदी ने ग्रामवासियों से फोन पर 13 मिनट से ज्यादा बात की.
Himachal Pradesh News: जहां पूरा भारत इन दोनों मोबाइल फोन पर 5G तकनीक से हाई स्पीड इंटरनेट का फायदा उठा रहा है. वहीं, हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी में एक ऐसा भी गांव है, जहां पहली बार मोबाइल नेटवर्क पहुंचा. स्पीति के गिउ गांव के पहाड़ में पहली बार मोबाइल पर 'हेलो' की आवाज सुनाई दी. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांव के लोगों से बात की. प्रधानमंत्री मोदी ने इलाके के अध्यापक से बात कर, उनसे मोबाइल के लाभ के बारे में पूछा. प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे बच्चों की पढ़ाई में भी मदद मिल सकेगी.
नरेंद्र मोदी ने गांव के लोगों से करीब 13 मिनट तक फोन पर बात की. इस दौरान उन्होंने दीपावली में सीमावर्ती क्षेत्र की अपनी यात्रा के साथ हिमाचल बीजेपी के प्रभारी रहते हुए लाहौल स्पीति में बिताए हुए पलों का भी जिक्र किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें आज भी वह स्वादिष्ट सत्तू याद है, जिसे वह लाहौल स्पीति में आकर खाया करते थे. प्रधानमंत्री ने बातचीत के दौरान टशी दवा का भी जिक्र किया. टशी दवा ने ही देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को लाहौल स्पीति से मनाली के लिए टनल निकालने का प्रस्ताव रखा था.
18 हजार से ज्यादा गांवों तक बिजली पहुंचाई
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि गांव के मोबाइल नेटवर्क से जुड़ने के बाद डिजिटल इंडिया अभियान को गति मिलेगी. जब वे सत्ता में आए थे, तो देश का 18 हजार से अधिक गांव में बिजली नहीं थी. इन गांव में बिजली पहुंचाई गई. अब सरकार दूरदराज के इलाकों में संचार प्रौद्योगिकी की जोड़ने के लिए काम कर रही है. प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत सीमावर्ती क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने के लिए भी काम कर रही है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों ने इन क्षेत्रों को उनके ही हाल पर छोड़ दिया. अब वे अपने तीसरे कार्यकाल में लोगों के जीवन की सुगमता के लिए प्राथमिकता के साथ काम करेंगे.
पहले 8 किलोमीटर दूर आने के बाद होती थी बात
इससे पहले गिउ गांव के लोगों को फोन पर बात करने के लिए 8 किलोमीटर दूर तक आना पड़ता था. अब गांव में ही मोबाइल नेटवर्क के जरिए पूरे देश में कहीं पर भी बात की जा सकेगी. इस गांव में सड़क तो सालों पहले पहुंच गई थी, लेकिन मोबाइल नेटवर्क पहुंचना एक बड़ी चुनौती था. इस चुनौती से भी अब पर पा लिया गया है. अब लोग घर पर बैठकर ही अपने सगे संबंधियों से बात कर सकेंगे.