Himachal Budget Session 2024: आधुनिकता के इस युग में हर कोई आरामदायक जीवन चाहता है. आराम का ख्याल रखते हुए सबसे पहले शख्स गाड़ी खरीदने का प्लान बना लेता है. गाड़ी न केवल आवाजाही आसान बनाती है, बल्कि अब इसे समाज में क्लास और स्टैंडर्ड के साथ भी जोड़कर देखा जाने लगा है. छोटे से पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश पर भी करीब 22 लाख गाड़ियों का बोझ हो गया है. इनमें 19 लाख 34 हजार 264 व्यक्तिगत और 3 लाख 19 हजार 138 व्यावसायिक वाहन शामिल हैं. खास बात है कि बीते दो सालों में ही 15 जनवरी तक प्रदेश में 2 लाख 48 हजार 522 नए वाहन भी पंजीकृत हुए हैं. इनमें 2 लाख 16 हजार 874 निजी और 31 हजार 648 व्यावसायिक वाहन शामिल हैं.
बीते दो सालों में सबसे ज्यादा गाड़ियां जिला कांगड़ा में खरीदी गई. यहां 56 हजार 663 निजी और 4 हजार 932 व्यावसायिक वाहन खरीदे गए. जिला कांगड़ा में बीते दो साल में खरीदे गए वाहनों की संख्या 61 हजार 595 है. बीते साल में ही शिमला में 22 हजार 632, किन्नौर में 1 हजार 914, सोलन में 32 हजार 870, ऊना में 23 हजार 755, हमीरपुर में 17 हजार 942, मंडी में 29 हजार 823, कुल्लू में 14 हजार 841, बिलासपुर में 13 हजार 895, लाहौल स्पीति में 1 हजार 290, चंबा में 10 हजार 958 और सिरमौर में 17 हजार 007 गाड़ियां खरीदी गई.
दो सालों के अंदर लाखों नए वाहन खरीदे गए
इन दिनों हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. बजट सत्र में पक्ष और विपक्ष के सदस्य जनहित से जुड़े कई अहम सवाल सरकार से पूछ रहे हैं. यह सवाल भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज ने हिमाचल प्रदेश सरकार से पूछा था. राज्य सरकार की ओर से यह जानकारी अतारांकित प्रश्न के उत्तर में हासिल हुई है. इससे पहले मंगलवार (20 फरवरी) को डॉ. जनक राज ने हिमाचल प्रदेश में एचआईवी पॉजिटिव और एमडीआर टीबी के मामलों को लेकर राज्य सरकार से सवाल पूछा था.
बता दें कि बता दें कि इन दिनों हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. बजट सत्र की शुरुआत 14 फरवरी को सुबह 11 बजे से हुई. बजट सत्र के दौरान पता चला कि प्रदेश में लगभग 22 लाख गाड़ियां हैं. जिसमें सबसे ज्यादा गाड़ियां कांगड़ा जिले में हैं. तो वहीं बीते दो सालों के अंदर प्रदेश में कुल 2 लाख से अधिक नए वाहन खरीदे गए हैं.
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