Himachal Weather Update: हिमाचल प्रदेश में पिछले चार दिन से लगातार बारिश हो रही है. लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से प्रदेश में 190 से अधिक सड़कों पर यातायात बाधित हो गया. भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्से प्रभावित हुए हैं.
अगले एक हफ्ते तक हिमाचल प्रदेश में बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं हैं. स्थानीय मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में सात अगस्त तक भारी बारिश को लेकर 'येलो' अलर्ट जारी किया है.
मंडी सबसे अधिक सड़के अवरुद्ध
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के जरिये शनिवार (3 अगस्त) को भारी बारिश के कारण आवगमन बाधित होने के आंकड़े जारी किए हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के जरिये जारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में जिन 191 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही अवुरुद्ध हुई है.
इनमें से 79 मार्ग मंडी में, 38 कुल्लू में, 35 चंबा में और 30 शिमला में हैं, जहां पर भारी बारिश के कारण आवाजाही बाधित रही. इसी तरह प्रदेश के कांगड़ा में पांच जगहों पर, किन्नौर और लाहौल और स्पीति जिलों में दो-दो जगहों पर सड़क मार्ग पर यातायात बाधित हो गया है.
बिजली और जलापूर्ति भी ठप
इसी क्रम में केंद्र ने आगे बताया कि अब तक राज्य में बिजली के 294 ट्रांसफार्मर और 120 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं. हिमाचल सड़क परिवहन निगम (HRTC) के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने शुक्रवार को बताया कि निगम ने कुल 3,612 मार्गों में से 82 पर बस सेवाएं निलंबित कर दी हैं.
कहां कितनी हुई बारिश?
हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश का दौर जारी रहा है. शुक्रवार शाम से जोगिंदरनगर में सबसे अधिक 85 मिमी बारिश हुई. इसके बाद गोहर (80 मिमी), शिलारू (76.4 मिमी), पावंटा साहिब (67.2), पालमपुर (57.2 मिमी) धर्मशाला (55.6 मिमी) और चौपाल (52 मिमी) में बारिश दर्ज की गई.
बारिश से संबंधित घटना में 77 ने गंवाई जान
हिमाचल में बीते कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद बड़ी मात्रा में जनधन का हानि हुई है. अधिकारियों के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में 27 जून को मानसून की शुरुआत होने से लेकर एक अगस्त तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 77 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जबकि राज्य को 655 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
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