Chakki Bridge Declared Unsafe: कांगड़ा जिले के हजारों ट्रेन यात्रियों को अब पठानकोट-जोगिंद्रनगर रूट पर असुविधा हो सकती है. रेलवे अधिकारियों ने नूरपुर में कंडवाल के पास चक्की रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों के चलने के लिए पुल को असुरक्षित घोषित करते हुए अनिश्चित काल के लिए ट्रेन सेवा को बंद कर दिया है. रेलवे डिवीजन फिरोजपुर की एक टेक्निकल टीम ने चक्की ब्रिज की जर्जर स्थिति का निरीक्षण किया. टीम ने नैरो गेज ट्रैक पर ट्रेन सेवा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने की सिफारिश की और पुल के पुनर्निर्माण का सुझाव दिया. टीम ने लोहे के कंटीले तार की बाड़ से पुल को बंद करने के बाद पुल ट्रैक पर इंसानों की आवाजाही को भी प्रतिबंधित कर दिया है. 


चक्की पड़ाव में उफान
हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में हुई बारिश के कारण पठानकोट को हिमाचल प्रदेश से जोड़ने वाला ब्रिज नंबर-32 (चक्की पड़ाव) पूरी तरह से उफान पर था. इसके अलावा ज्वालामुखी-कोपरलाहड़, गुलेर, आनंदपुर, भटोली, नगरोटा सूरियां व बैजनाथ सहित कई स्थानों पर पहाड़ियों का मलबा ट्रक के पास आ गया था. जिससे रेलवे ने एक जुलाई को तीन दिन के लिए रात में अप-डाउन ट्रेनों को बंद कर दिया था. वहीं 17 जुलाई को चक्की रेलवे पुल की जर्जर स्थिति के कारण दिन के समय में भी चार अप-डाउन ट्रेनों को रोक दिया गया था.
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नब्बे साल पुराना पुल
पिछले तीन दशकों से अधिक समय से इस पुल के पास बेरोकटोक अवैध खनन ने पुल के खंभे और दीवारों को कमजोर कर दिया है. रेलवे ने पिछले एक दशक में कई बार क्षतिग्रस्त खंभों और दीवारों की मरम्मत के लिए लाखों रुपये खर्च किए लेकिन नब्बे साल से अधिक पुराने इस पुल को फिर से बनाने की कोई योजना नहीं बन पाई. 


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