Himachal Rains: हिमाचल प्रदेश मानसून का कहर जारी है. यहां बारिश और भूस्खलन से जन जीवन अस्त-व्यस्त है. प्रदेश के कई हिस्सों में जारी बारिश के कारण कुल 31 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गईं हैं. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.


शिमला और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में बाढ़ की चेतावनी


मौसम विभाग ने शिमला और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में शनिवार तक मध्यम बाढ़ के खतरे की चेतावनी जारी की है.


राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश जारी रही और गुरुवार शाम से गुलेर में सबसे अधिक 64.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि पालमपुर में 46.4 मिमी, धर्मशाला में 43 मिमी, कल्पा में 30 मिमी, सलापर में 27.1 मिमी, सोलन में 26.2 मिमी, शिमला में 26 मिमी, चौपल में 21.4 मिमी, सांगला में 20.8 मिमी, जुब्बड़हट्टी में 20.5 मिमी, नैना देवी में 18.4 मिमी और धौलाकुआं में 13.5 मिमी बारिश दर्ज की गई. 


हिमाचल प्रदेश में बारिश से बिजली और जलापूर्ति भी प्रभावित 


मौसम से हुए प्रभाव को लेकर हिमाचल प्रदेश आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि कांगड़ा में अधिकतम 10 सड़कें, मंडी में सात, सिरमौर जिले में पांच, शिमला में चार, कुल्लू में तीन तथा किन्नौर और बिलासपुर जिलों में एक-एक सड़क बंद है. एसईओसी ने बताया कि राज्य में बारिश की वजह से बिजली और जलापूर्ति भी प्रभावित हुई है.


अब तक सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश


हिमाचल प्रदेश में 27 जून को मानसून के आगमन के बाद से अब तक सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है. राज्य में 682.4 मिमी औसत के मुकाबले 545.2 मिमी वर्षा हुई है.


अधिकारियों के अनुसार मानसून ऋतु में 27 जून से बृहस्पतिवार (12 सितंबर) तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 165 लोगों की मौत हुई है जबकि 30 लोग अब भी लापता हैं. उन्होंने बताया कि राज्य को 1,323 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.


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