Himachal Pradesh Weather: हिमाचल प्रदेश में कई दिनों से भारी बारिश के कारण अचानक आयी बाढ़ और भूस्खलनों के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में 87 सड़कें बंद कर दी गई हैं. राज्य के आपात अभियान केंद्र ने सेामवार को यह जानकारी दी. यहां मौसम विज्ञान केंद्र ने गुरुवार तक राज्य के विभिन्न स्थानों में भारी बारिश के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है.
हिमाचल प्रदेश में लगभग एक सप्ताह से भारी बारिश हो रही है. कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में 31 जुलाई को बादल फटने से अचानक आयी बाढ़ में 13 लोगों की मौत हो गयी और अन्य 40 लापता हैं. राज्य के आपात अभियान केंद्र ने बताया कि रविवार शाम को कुल्लू में 13 सड़कों, मंडी में 25, लाहौल और स्पीति में 14, शिमला में नौ, कांगड़ा में सात और किन्नौर में दो सड़कों को बंद कर दिया गया.
अचानक बाढ़ आने से रास्ता हो गया बंद
पुलिस ने बताया कि लाहौल और स्पीति के उदयपुर उपमंडल में संसारी-किल्लर-थिरोट-टांडी (एसकेटीटी) सड़क मार्ग धनधल नाले में अचानक बाढ़ आने से बंद हो गया है. उन्होंने बताया कि चंद्रभागा नदी के उफान पर होने के कारण लाहौल और स्पीति के तदंग गांव के निवासियों को जुंडा गांव की ओर जाने को कहा गया है.
हमीरपुर में रविवार शाम से सबसे अधिक 67 मिलीमीटर बारिश हुई है. इसके बाद अगहर में 44 मिमी, जोगिंदरनगर में 42 मिमी, नादौन में 38 मिमी, देहरा गोपीपुर में 32.3 मिमी, पालमपुर में 28 मिमी और धौला कुआं तथा नहान में 27.5 मिमी बारिश हुई है.
मकान ढहने की दी है चेतावनी
राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश जारी है. शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने आठ अगस्त तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है. उसने संवदेनशील इलाकों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ आने तथा तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव के कारण फसलों के बर्बाद होने व ‘कच्चे’ मकान ढहने की भी चेतावनी दी है. अधिकारियों के अनुसार, राज्य में 27 जून से चार अगस्त के बीच बारिश से जुड़ी घटनाओं में 79 लोगों की मौत हो गयी है और 663 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
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