Shimla News: हिमाचल प्रदेश में मौसम ने फिर से करवट ले ली है. बारिश (Rain) और बर्फबारी (Snowfall) से लोगों को अभी राहत मिलती नहीं दिख रही है. बारिश और बर्फबारी के कारण लोग बेहाल है. एक तरफ तो बर्फबारी के कारण अधिकतर सड़कों पर यातायात ठप हो गया है. दूसरी तरफ बर्फबारी और बारिश के कारण यहां ठंड का कहर भी बढ़ गया है. इससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है.


ठंड का कहर भी बढ़ा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, लाहौल एवं स्पीति, किन्नौर और शिमला जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों में फिर से बर्फबारी हुई. जबकि राज्य के मध्य और निचले इलाकों में हल्की बारिश हुई. इस कारण प्रदेश में भीषण ठंड का कहर देखने को मिल रहा है.


इन सड़कों पर बाधित हुआ आवागमन
प्रदेश में बारिश और बर्फबारी के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 216 सड़कों पर यातायात बंद हो गया है. लाहौल एवं स्पीति में सबसे अधिक 119, किन्नौर में 31, चंबा में 19, कुल्लू में नौ, मंडी में छह, कांगड़ा में दो और शिमला जिले में एक सड़क पर यातायात बंद है. इस कारण लोगों को भारी परशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रदेश में यातायात व्यवस्था लगभग ठप सी हो गयी है.


हिमस्खलन के कारण मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात ठप है. दारचा शिंकुला मार्ग और पांगी किलाड़ हाईवे 26 पर भी हिमस्खलन होने के कारण सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है. काजा सड़क नेशनल हाईवे-505 ग्रांफू से काजा तथा समदो से लोसर पर भी सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है.


कहां, कितनी हुई बर्फबारी
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, कोठी में 20 सेंटीमीटर, कल्पा में 17 सेंटीमीटर, गोंडला में 13.5 सेंटीमीटर, कुकुमसेरी में पांच सेंटीमीटर जबकि राजधानी शिमला के उपनगर कुफरी में भी हिमपात हुआ है. हिमाचल प्रदेश आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार बारिश और बर्फबारी के कारण राज्य में लगभग 325 ट्रांसफार्मर और 10 जल योजनाएं भी बाधित हुईं है. शिमला शहर में ओलावृष्टि हुई.


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