Snowfall in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश की ऊंचाई वाले इलाकों को लंबे वक्त से अच्छी बर्फबारी का इंतजार है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी की आशंका जाहिर की थी. प्रदेश के कुछ ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी भी हुई है. अटल टनल के साउथ पोर्टल पर बर्फबारी हुई. बर्फबारी के बाद यहां का नजारा बेहद खूबसूरत हो गया है. इसके अलावा लाहौल स्पीति, चंबा और किन्नौर के भी कुछ हिस्सों में बर्फबारी हुई है.
बर्फबारी के बाद तापमान में भी गिरावट आई है. शिमला शहर में भी सुबह से ही लगातार बादल छाए हुए हैं. शिमला शहर के लोगों के साथ पर्यटक भी यहां बर्फबारी देखने के लिए तरस गए हैं. शिमला का अधिकतम तापमान 11.8 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान माइनस 1.2 डिग्री तक पहुंच गया है. इसी तरह नारकंडा में भी न्यूनतम तापमान माइनस 2.4 डिग्री है. ठंड से बचने के लिए लोग यहां अलाव का सहारा ले रहे हैं.
कहां कितना डिग्री तापमान?
हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी के बाद ठंड का असर पूरे प्रदेश में नजर आ रहा है. बर्फबारी के बाद प्रदेश भर के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान -4.8, डलहौजी में -1.7,भरमौर में -3.7, धर्मशाला में 0.5, कांगड़ा में 2.4, सेओबाग में -1.6, मंडी में 1.6, ऊना में 6.1, कुफरी में -0.9, सोलन में -0.3, धौला कुआं में 0.6 और भुंतर में -2.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
बर्फबारी न होने की वजह से झेलना पड़ा नुकसान
हिमाचल प्रदेश में लंबे वक्त से बर्फबारी न होने के चलते पर्यटन कारोबार पर भी इसका असर पड़ा है. हिमाचल घूमने के लिए आने वाले पर्यटक कारोबारी से इंक्वायरी के दौरान सबसे पहले बर्फबारी को लेकर ही सवाल कर रहे हैं. इसके अलावा किसानों और बागवानों को भी बर्फबारी न होने का नुकसान झेलना पड़ रहा है. बर्फबारी न होने की वजह से सब के पौधे के लिए जरूरी नमी की मात्रा उपलब्ध नहीं हो पा रही है. आने वाले तीन दिन तक प्रदेश में मौसम खराब बने रहने का अनुमान है. इससे सेब बागवानों के साथ पर्यटन कारोबारी की उम्मीद भी जगी है.
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