Himachal Pradesh Weather Update: हिमाचल प्रदेश से मानसून (Monsoon) की विदाई हो चुकी है. प्रदेश में कई दिनों तक मौसम साफ बने रहने के बाद वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते बीते 24 घंटे में प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई. इसके अलावा जिला किन्नौर (Kinnaur), लाहौल स्पीति (Lahaul Spiti) और शिमला (Shimla) के कई इलाकों में बर्फबारी भी हुई है. बर्फबारी और बारिश की वजह से प्रदेश भर के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. आने वाले दिनों में कुछ दिन तक मौसम साफ रहने के बाद बारिश की संभावना जाहिर की गई है. जैसे-जैसे दिन बीतेंगे, वैसे-वैसे सुबह और रात के वक्त ठंड बढ़ने का अनुमान है.


मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पॉल ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते बीते 24 घंटे में प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बरसात दर्ज की गई. वहीं, जिला किन्नौर, लाहौल-स्पीति और शिमला के कुछ इलाकों में बर्फबारी भी दर्ज की गई है. बात जिला शिमला की करें, तो शिमला की चांशल वैली में हल्की बर्फबारी हुई. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ दिन मौसम साफ बना रहेगा. इसके बाद 14 अक्टूबर से 17 अक्टूबर के बीच एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इसके चलते मौसम खराब होने की संभावना है. इस दौरान प्रदेश के निचले इलाकों में बरसात और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिल सकती है.



शिमला के तापमान में छह डिग्री तक की गिरावट दर्ज


सुरेंद्र पॉल ने बताया कि मौजूदा समय में प्रदेश में तापमान में भी गिरावट देखने को मिल रही है. शिमला के तापमान में भी छह डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है. डॉ. पॉल ने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश में तापमान में और अधिक गिरावट दर्ज की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस साल की सर्दियों सामान्य रहने का अभी तक अनुमान जताया गया है. हालांकि, जमीन में नमी बने रहने के कारण पंजाब से सटे हिमाचल के निचले इलाकों में फ्रॉस्ट फॉग का प्रभाव देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि मौसम विज्ञान केंद्र जल्द ही सर्दियों के लिए एक लॉन्ग कास्ट जारी करेगा.


अपनी तबीयत का रखें ख्याल


अक्टूबर महीने में दोपहर के वक्त तेज धूप और सुबह-शाम के वक्त ठंड होने की वजह से तबीयत का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है. डॉ. साहिल शर्मा ने बताया कि ऐसे मौसम में वायरल का खतरा रहता है. इन दोनों पेड़ों से गिर रहे पोलन से भी बीमार होने का खतरा बना रहता है. ठंडे और गर्म मौसम के बीच शरीर को समन्वय स्थापित करने में परेशानी होती है. ऐसे में लोगों को अपनी सेहत का ध्यान रखने की जरूरत है. डॉ. साहिल शर्मा ने तबीयत खराब होने पर अपने नजदीकी अस्पताल में समय पर चिकित्सीय परामर्श लेने की बात कही है.


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