जब CM सुक्खू को खली नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की कमी, फिर सदन में जमकर लगे ठहाके
Himachal Pradesh Winter session 2024: हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र बुधवार को शुरू हो गया. कार्यवाही के दौरान सीएम सुखविंदर सिंह को जयराम ठाकुर की कमी खली, हालांकि नेता प्रतिपक्ष सदन पहुंच गए.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान माहौल उस वक्त खुशनुमा हो गया, जब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की याद खली. दरअसल, हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नियम- 67 स्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा हो रही थी. इस चर्चा में विपक्ष के सदस्य रणधीर शर्मा बोल रहे थे, तभी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से बोलने की अनुमति मांगी. अध्यक्ष की ओर से उन्हें बोलने की अनुमति दी गई.
इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सदन में बेहद गंभीर चर्चा हो रही है और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर कार्यवाही में नहीं हैं. वे चाहते हैं कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी यह बात सुनें. इसके बाद जयराम ठाकुर भी सदन के अंदर आ गए. इस दौरान सदन में जमकर ठहाके लगे और पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की इस तंज का खूब आनंद लिया.
जयराम ठाकुर ने भी दिया दिलचस्प जवाब
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि इस गंभीर चर्चा में पूरा भाजपा विधायक दल हिस्सा लेगा. उन्होंने कहा कि वे तो यहीं पर हैं. जयराम ठाकुर ने भी मजाकिया अंदाज में कहा कि जब तक वह सत्ता पक्ष को विपक्ष की तरफ नहीं ले आते, तब तक वह उनका पीछा छोड़ने वाले नहीं है. इस पर भी सदन में जमकर ठहाके लगे और गंभीर चर्चा के बीच माहौल कुछ देर के लिए खुशनुमा हो गया.
शीतकालीन सत्र की शुरुआत
गौर हो कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र बुधवार से शुरू हुआ है. सत्र की कार्यवाही की शुरुआत नेवा ऐप की लॉन्चिंग के साथ हुई. इसके बाद प्रश्न काल की शुरुआत होनी थी, लेकिन इससे पहले ही विपक्ष राज्य में हो रहे कथित भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर नियम- 67 के स्थगन प्रस्ताव लेकर आया.
बता दें कि स्थगन प्रस्ताव के तहत विधानसभा का सारा काम रोककर विषय विशेष पर चर्चा होती है. शुरुआत में विधानसभा अध्यक्ष इसकी अनुमति नहीं देना चाह रहे थे. तभी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार इस पर चर्चा के लिए तैयार है. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने स्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा की अनुमति दी. अब हिमाचल प्रदेश विधानसभा में यह चर्चा चल रही है.
इसे भी पढ़ें: 'हिमाचल में वेतन भुगतान पर हर महीने 13 अरब से ज्यादा का खर्च', सीएम सुक्खू ने सदन को दी जानकारी